गो फर्स्‍ट की पहली छमाही का कार्यपरिणाम

वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में (वित्त वर्ष 21 की पहली छमाही की तुलना में ) 105% की वृद्धि के साथ गो फर्स्ट का कुल राजस्व बढ़कर 1202.90 करोड़ रुपये रहा, वहीं वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में (वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही की तुलना में) कुल राजस्व  53.6% की वृद्धि के साथ बढ़कर 752.86 करोड़ रुपये पहुंच गया।

वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में (वित्त वर्ष 21 की पहली छमाही की तुलना में) यात्री राजस्व 128% बढ़कर 866.71 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में (वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही की तुलना में) यात्री राजस्व 76% बढ़कर 555.85 करोड़ रुपये रहा।

सस्‍टेनेबल आधार पर लागत में कमी लाने के लिए कंपनी द्वारा उठाए गए कदमों और रणनीतिक कदमों से 30 सितंबर 2021 को समाप्त 6 महीने की अवधि के लिए ईबीआईटीएआर सकारात्मक रहा और जुलाई से सितंबर 2021 की दूसरी तिमाही के लिए कंपनी का ईबीआईडीटीएआर 13.9% बढ़कर 104.64 करोड़ रुपये रहा।

संरचनात्मक परिवर्तनों द्वारा लागत को युक्तिसंगत और नियंत्रित करने के कंपनी के प्रयासों के परिणामस्वरूप न केवल इसकी लागत संरचना को यूएलसीसी के साथ पुन: संरेखित( (रीएलाईन)  किया गया है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि ये परिवर्तन और बचत रणनीतिक, संरचनात्मक और टिकाऊ हैं और मासिक आधार पर 21 सितंबर से लीज रेंटल सहित सभी लागतों के भुगतान के बाद भी इसके परिणामस्वरूप कंपनी नकद सकारात्मक होने में सफल रही है।

कंपनी का सहायक राजस्व वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में (वित्त वर्ष 21 की पहली छमाही की तुलना में) 393% बढ़कर 192.7 करोड़ रुपये हो गया। वहीं वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में (वित्त वर्ष 21 की पहली छमाही की तुलना में) 237% बढ़कर 111.74 करोड़ रुपये हो गया।

परिचालन राजस्व के प्रतिशत के रूप में सहायक राजस्व  (पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 9.5% के मुकाबले) 2021-22 की दूसरी तिमाही के लिए बढ़कर 16.7% हो गया।

30 सितंबर 2021 को समाप्त तिमाही के प्रदर्शन के कुछ मुख्य अंश इस प्रकार हैं:

1. ( 2020-21 की दसूरी तिमाही के 13.2% के मुकाबले) ईबीआईडीटीएआर (विदेशी मुद्रा प्रभाव को छोड़कर) 13.9% पर रहा।

2. (वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही के 3.94 रुपये के मुकाबले) कुल परिचालन पीएएसके 2.98 रुपये रहा।

3. (2020-21 की दूसरी तिमाही के 0.80 रुपये के मुकाबले) कुल ईंधन सीएएसके 1.26 रुपये।

4. (2020-21 की दूसरी तिमाही के 1.31 रुपये के मुकाबले) कुल रखरखाव सीएएसके 0.55 रुपये रहा।

5. (2020-21 की दूसरी तिमाही के 0.60 रुपये के मुकाबले) कुल कर्मचारी सीएएसके 0.41 रुपये रहा।

6. (2020-21 की दूसरी तिमाही के 6.04 रुपये के मुकाबले) कुल नकद सीएएसके 3.87 रुपये रहा।

लगातार अच्छे प्रदर्शन के कारण कंपनी की क्रेडिट रेटिंग BBB+ से A- (निवेश ग्रेड रेटिंग) में सुधरी है जो स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि गो फर्स्ट सही रास्ते पर है।

रीब्रांडिंग:

यूएलसीसी बिजनस मॉडल पर ध्यान केंद्रित करने के साथ कंपनी ने खुद को गो एयर से गो फर्स्ट में रीब्रांड किया।

वित्त:

प्रोमोटर्स ने इस कोविड-19 प्रभावित अवधि के दौरान कंपनी का समर्थन किया है। यह इस तथ्य से स्पष्ट है कि उन्होंने मई 2021 में 546 करोड़ रुपये की नकद इक्विटी डाली।

यूएलसीसी लागत और रणनीति:

इस अवधि के दौरान, गो फर्स्ट के पास अपने परिचालन बेड़े का लगभग 84% हिस्सा 17-20% अधिक ईंधन कुशल है। अपने रणनीतिक नियोजित विकास के हिस्से के रूप में, कंपनी के पास ईंधन कुशल नियो बेड़े के इस उच्च अनुपात के साथ सबसे कम उम्र का बेड़ा है।

गो फर्स्ट ने अप्रैल 2021 से पिछले 7 महीनों में 6 नए नियो विमानों की डिलीवरी ली है। इन नए शामिल किए गए विमानों के लिए लीज रेंटल प्री-कोविड समय की तुलना में काफी बेहतर है और एक विमान लागत पर जो प्री-कोविड लागत से काफी कम है।

इसके अतिरिक्त, इस अवधि के दौरान, पट्टेदारों ने 2022-24 के वर्षों में भुगतान के लिए कोविड अवधि से संबंधित पट्टे के किराये के भुगतान को स्थगित करने पर सहमति व्यक्त की है। यह अधिकांश मामलों में बिना किसी ब्याज लागत और बिना किसी अतिरिक्त सुरक्षा के रहा है। यह कंपनी के ओईएम आपूर्तिकर्ताओं और कंपनी के संचालन में पट्टादाताओं के जबरदस्त विश्वास को दर्शाता है।

कंपनी ने अगस्त 2021 में एटीएफ आपूर्तिकर्ता के साथ फिर से बातचीत की थी – जिसका पूरा प्रभाव वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में आत्मसात होगा। कंपनी के पुनर्गठन कार्यक्रम के परिणामस्वरूप लागत दक्षता में वृद्धि हुई है जिससे बिक्री की लागत; संग्रह की लागत और रखरखाव में कमी आने के साथ दूसरों के बीच सभी अनुबंधों की बातचीत शामिल है।