कोचिंग हब में बेरोजगारों को सुरक्षित तथा सस्ती कोचिंग उपलब्ध कराए सरकार

कोचिंग हब

दिल्ली के बेसमेंट में छात्रों की मौत के बाद नगर निगम , पुलिस और प्रशासन से मिले नोटिस के बाद मांग हुई तेज

जयपुर। राजधानी जयपुर के कोचिंग संस्थानों ने राज्य सरकार से प्रताप नगर कोचिंग हब में छात्रों को सस्ती और सुलभ कोचिंग मुहैया हो सके इसके लिए कोचिंग हब में स्थान उपलब्ध कराने की मांग की है। सीज की कार्रवाई के बीच सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी कि देशभर में कंई कोचिंग संस्थान बेरोजगार छात्रों के लिए जिंदा ताबूत है के बाद प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई के बीच जयपुर की कोचिंग संस्थानों ने कोचिंग हब की दर को अत्यधिक बताते हुए दर कम करने एवं छोटे कोचिंग संचालकों को किराया तथा लीज से देने की व्यवस्था की मांग की हैं।

ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ ने जयपुर में बने कोचिंग हब को कुछ लोंगों द्वारा फेल करने का आरोप लगाया है। महासंघ ने गोपालपुरा के कुछ कोचिंग संचालक के साथ हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों की मिली भगत का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार में उच्च न्यायालय ने पुलिस कमिश्नर ,नगर निगम कमिश्नर, यातायात कमिश्नर, जयपुर विकास प्राधिकरण कमिश्नर, फायर कमिश्नर, तथा यूडीएच के अन्य अधिकारियों को सख्त टिप्पणी करते हुए अवैध कोचिंग संस्थानों को सीज करने की दिशा में नोटिस जारी किए थे।

जिस पर इन अधिकारियों ने राजस्थान उच्च न्यायालय में शपथ पत्र देकर कहा था कि जयपुर में कोचिंग संस्थानों के लिए सुरक्षित रूप से विस्तृत रूपरेखा बनाते हुए प्रताप नगर में कोचिंग हब बनाया जा रहा है, जिसके पूर्ण होने पर गोपालपुरा कोचिंग संस्थानों को वहां पर शिफ्ट कर दिया जाएगा। यही नहीं अन्य शहर में भी इसी प्रकार कोचिंग हब बनाई जाएगी ताकि कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले बेरोजगार छात्रों को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराया जा सके, लेकिन कोचिंग हब को फेल करने के लिए कुछ लोगों ने प्रशासन के साथ मिलकर इसके दर को इतना अधिक रखा कि कोई खरीद ही नहीं पाया। वहीं जिन लोगों ने खरीदा वे शहर के अन्य कोचिंग संस्थानों के कोचिंग हब में शिफ्ट नहीं होने के कारण अपना पैसा वापस निकाल ले गये।

ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अनीष कुमार ने प्रशासन के अधिकारियों को चेताते हुए कहा है कि अगर कोचिंग हब को फेल करने वाले लोगों के साथ मिली भगत कर किसी अन्य प्रयोजन के लिए कोचिंग हब को दिया जाता है तो इन अधिकारियों के खिलाफ न्यायालय में अवमानना की कार्रवाई कोचिंग महासंघ करेगा। वहीं अगर दर कम की जाती हैं और किराए से या लीज से देने की व्यवस्था भी की जाती है तो सभी कोचिंग संस्थान एक साथ कोचिंग हब में जाने के लिए तैयार हैं।

अनीष कुमार ने प्रशासन द्वारा शहर के बेरोजगार छात्रों को उचित फीस पर कोचिंग हब जैसा सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने में असफल रहकर कोचिंग में पढ़ने वाले छात्रों को नारकीय जीवन से मुक्ति नहीं देने पर आमरण अनशन की घोषणा की हैं। अब सरकार तथा प्रशासन सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद इस दिशा में जिन कोचिंग संस्थानों को नोटिस दिया गया है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के मूड में नजर आ रही है।