
जयपुर। राजस्थान में सियासी घमासान पर राजस्थान उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को सचिन पायलट गुट को राहत दी है। अदालत ने स्पीकर के नोटिस पर फिलहाल के लिए स्टे लगाते हुए यथास्थिति को बरकरार रखने के निर्देश दिए हैं। यानी स्पीकर विधायकों को अयोग्य करार नहीं दे पाएंगे। वहीं पायलट गुट के विधायक विश्वेंद्र सिंह ने अदालत के फैसले पर ट्विटर पर लिखा- जय महाराज सूरजमल लिखा।
राज्यपाल ने ऊपर दबाव के चलते सत्र बुलाने की नहीं दी इजाजत : अशोक गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उन्होंने राज्यपाल कलराज मिश्र को विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए चि_ी लिखी थी। जिसपर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है। मैंने राज्यपाल के साथ टेलीफोन पर बात की और उनसे इस पर तुरंत निर्णय लेने का अनुरोध किया।
अब, हम उनसे भी मिलने के लिए जाने वाले हैं। उनका कहना है कि राज्यपाल ने ऊपर के दबाव की वजह से सत्र बुलाने की इजाजत नहीं दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास पूर्ण बहुमत है। सत्र बुलाने दीजिए दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
उन्होंने कहा, हमारे साथियों को भाजपा ने बाउंसरों के जरिए हरियाणा में बंधक बनाया हुआ है। राजस्थान में भाजपा साजिश कर रही है। जो कर्नाटक और मध्यप्रदेश में किया वही राजस्थान में कर रही है। पूरा देश देख रहा है कि राजस्थान में क्या हो रहा है।
देश में लोकतंत्र खतरे में है। आखिर में उन्होंने राज्यपाल को धमकी देते हुए कहा कि हम राज्यपाल से अनुरोध कर रहे हैं कि वे विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर दबाव में न आएं। वरना फिर हो सकता है कि पूरे प्रदेश की जनता अगर राजभवन को घेरने के लिए आ गई तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी।
विश्वेंद्र सिंह बोले- जय महाराज सूरजमल
राजस्थान के डीघ-कुम्हेर सीट से कांग्रेस के विधायक विश्वेंद्र सिंह ने अदालत के आदेश पर ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा- स्टे मिल गया। जय वीर तेजाजी। जय महाराज सूरजमल।
राज्यपाल को गहलोत ने लिखी चिट्ठी
राज्यपाल के सामने गहलोत विधायकों की परेड कराएंगे। मुख्यमंत्री सोमवार को विधानसभा सत्र बुलाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने राज्यपाल को चि_ी लिखी है। मुख्यमंत्री दोपहर 12.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।