कृषि विज्ञान केंद्र नौगांवा में भव्य किसान सम्मान समारोह का हुआ आयोजन

जिला स्तरीय किसान सम्मान समारोह कार्यक्रम
जिला स्तरीय किसान सम्मान समारोह कार्यक्रम
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19वीं किश्त लाभार्थियों को की हस्तांतरित

  • लाभार्थियों से संवाद कर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की दी जानकारी

अलवर। कृषि विज्ञान केंद्र नौगावां (अलवर) में जिला स्तरीय किसान सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भागलपुर बिहार से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19वीं किश्त लाभार्थियों को हस्तांतरित की तथा लाइव टेलीकास्ट के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को संबोधित किया और सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान की। इस दौरान रामगढ विधायक सुखवंत सिंह ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) के लाभार्थी किसानों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रामगढ़ के विधायक सुखवंत ने बताया कि किसान सम्मान निधि जो किसानों को वित्तीय सहायता 2019 से मिल रही है, राज्य सरकार द्वारा भी किसान सम्मान निधि को प्रोत्साहन मिल रहा है। अब इस राशि को 6000 से बढ़कर 9000 कर दिया गया है। इस दौरान कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उन्नत तकनीकों के उपयोग और उनके प्रचार-प्रसार के लिए किसानों को सम्मानित किया गया।

कृषि विज्ञान केंद्र नौगांवा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुभाषचंद्र यादव ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि में नवाचारों को अपनाकर ही किसानों की आय को दोगुना किया जा सकता है। उन्होंने किसानों से जैविक खेती, जलवायु अनुकूल कृषि तकनीकों और प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग पर जोर दिया। कृषि विशेषज्ञ डॉ हंसराम माली, डॉ. रामू मीना, डॉ. सुरेश लोहरा और पुष्कर देव द्वारा ने किसानों को नई तकनीक की जानकारी दी। इस भव्य किसान सम्मान समारोह में कुल 708 किसानों ने भाग लिया और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं तथा नवीनतम कृषि तकनीकों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इस कार्यक्रम से किसानों को न केवल उन्नत खेती की तकनीकों के प्रति जागरूक किया गया, बल्कि उन्हें इन तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित भी किया गया।

कृषि कार्यों में उन्नत तकनीक की लगाई गई प्रदर्शनी

कार्यक्रम में जैविक खाद्य उत्पादन के लिए जीवामृत एवं बीजामृत, जैविक खाद निर्माण के लिए वर्मी कम्पोस्टिंग मॉडल, बिना मिट्टी के खेती के लिए हाइड्रोपोनिक मॉडल, जलवायु अनुकूल खेती तकनीक, शहद उत्पादन में सुधार हेतु उन्नत मधुमक्खी पालन मॉडल, ड्रोन तकनीक से नैनो उर्वरक का छिड़काव आदि तकनीक से संबंधित प्रदर्शनी लगाई गई जिनका अतिथियों द्वारा अवलोकन किया गया। प्रदर्शनी में किसानों ने विशेष रुचि दिखाई और इन तकनीकों को अपनाने की इच्छा जताई।

इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (द्वितीय) योगेश डागुर, उपखण्ड अधिकारी अलवर यशार्थ शेखर, संयुक्त निदेशक कृषि पी.सी मीणा, नरेश गोयल, डॉ. सुमन खंडेलवाल, क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक नौगांवा डॉ. गोपालाल चौधरी सहित बडी संख्या में किसान मौजूद रहे।