
भरतपुर। भरतपुर के पीलूपुरा में बैकलॉग की भर्तियों समेत 6 मांगों को लेकर गुर्जरों का आंदोलन जारी है। गुर्जर समुदाय के लोग 9 दिन से रेल ट्रैक जाम करके बैठे हैं। इस बीच, सोमवार को एक बार फिर से कर्नल बैंसला और समुदाय के लोगों से बातचीत करने के लिए मंत्री अशोक चांदना हिंडौन पहुंच सकते हैं।
दोनों के बीच इस वार्ता के बाद हल निकलने की उम्मीद है। वहीं, मंत्री अशोक चांदना ने दो दिन पहले कहा था कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक बैंसला और उनके प्रतिनिधि सरकार के साथ वार्ता के लिए तैयार हैं और हिंडौन या बयाना में कहीं पर भी वार्ता की जा सकती है।
इससे पहले रविवार को आंदोलन की कमान संभाल रहे कर्नल के पुत्र विजय बैंसला रविवार को हिंडौन स्थित आवास पर पहुंचे और करीब आधा घंटे तक अपने पिता के साथ मंत्रणा की। रविवार को कर्नल बैंसला की तबीयत हल्की रहने के बावजूद वे कुछ देर के लिए आंदोलन स्थल पर भी गए थे।

दूसरी ओर गुर्जर समाज के साहब सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बैंसला पर समाज को भ्रमित करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जब दूसरे गुट के प्रतिनिधिमंडल ने 14 बिन्दुओं पर सरकार से वार्ता कर ली है तो फिर आंदोल करने का क्या औचित्य है।
आखिर कब होगी सरकार और गुर्जरों के बीच सुलह
सरकार की ओर से आईएएस नीरज के पवन कई बार आकर वार्ता का संदेश ला चुके हैं, लेकिन कर्नल बैंसला मौके पर ही समाधान चाहते हैं। एक बार कर्नल बैंसला के कहने पर खेलमंत्री अशोक चांदना हिंडौन और बयाना आ चुके है, लेकिन उस दौरान किसी ने उनसे बात नहीं की। यही नहीं आईएएस नीरज के पवन भी दो बार रेलवे ट्रेक पर गुर्जर आंदोलनकारियों के बीच पहुंचकर सरकार का समझौता पत्र पढ़कर बता चुके हैं, लेकिन कोई हल निकलता हुआ नजर नहीं आ रहा है।