जर्मनी: बाढ़ पीड़ितों की मदद में दिन रात जुटे है प्रवासी राजस्थानी

राजस्थान एसोसिएशन जर्मनी के हरगोविंद सिंह राणा अपने साथियों के साथ जर्मनी में बाढ़ पीड़ितों की कर रहे हैं मदद

मैदानी और रिहायाशी इलाकों में युद्धस्तर पर राहत कार्य में जुटे हैं

बर्लिन/जयपुर । दुनिया में कहीं भी विपदा आये राजस्थानी हमेशा मदद को तैयार रहते हैं। ऐसे ही मददगार बने है जोधपुर के हरगोविंद सिंह राणा और उनके साथी, जो जर्मनी में आई बाढ़ में पीडि़तों की मदद कर रहे हैं।

हरगोविंद सिंह राणा जो कि राजस्थान एसोसिएशन जर्मनी के संस्थापक सदस्य भी है अपनी एसोसिएशन के अन्य सदस्य भीलवाड़ा के शिव नियति, उदयपुर के शांतनु,जयपुर के अरविंद समोदिया, अलवर के प्रमोद शर्मा और स्थानीय साथियों के साथ मदद और राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। राणा के साथ अरुंधति राणा भी कंधे से कंधा मिला इस कार्य में शामिल है।

अपने दोस्तों के साथ वह मैदानी और रिहायशी इलाकों में साफ सफाई और बाढ़ के बाद जमा कबाड़ को हटाने में पूरी मदद कर रहे हैं।

वे बाढ़ पीडि़तों के घरों को दुरुस्त करने के कार्य में भी मदद कर रहे हैं ताकि पीड़ित अपने घरों में रहकर पहले की तरह जिंदगी शुरु कर सकें। आपको बता दें, जर्मनी में भारी बारिश के कारण कई लोगों की मौत हो गई है और दर्जनों लापता हैं क्योंकि पश्चिमी यूरोप में रिकॉर्ड बारिश के कारण उफनती नदियां का पानी कस्बों और गांवों में घुस गया।

जिस वजह से बाढ़ आ गई। बाढ़ के पानी में खड़ी कारें डूब गईं और घरों को नष्ट कर दिया। बाढ़ में फंसे लोगों ने मकानों की छतों पर शरण ली।

हरगोविंद सिंह राणा ने बताया कि विपदा में इंसान ही इंसान के काम आता है। राजस्थानी हमेशा विपदा के समय आगे बढ़कर पीडि़तों की मदद करते आए हैं। मुश्किल समय में किसी के काम आना यही हमारे संस्कार हैं जो हमें राजस्थान की मिट्टी में जन्में हमारे पुरखों से मिले हैं।


इसके अलावा राणा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोलोन के दक्षिण में अहरवीलर जिले और आसपास के क्षेत्र को मदद की जरूरत है। जरूरत की घड़ी में हम सभी को एक साथ खड़ा होना चाहिए। उन्होंने बताया कि लोग जात पात से ऊपर उठ कर एक दूसरे की मदद कर रहे है। अपनी मुश्किलों के साथ साथ दूसरों की समस्याओं के समाधान की भी कोशिश लोग कर रहे है।

राणा कई सामाजिक कार्यों में आगे रहे है। वे वहां एक सेवा कारी NGO से भी जुड़े हुए है।