
सतत स्वच्छता के लिए भारत की पहली प्रस्तावना
नई दिल्ली। हार्पिक मिशन पानी ने वर्ल्ड टॉयलेट डे पर मिशन पानी सैनीटेशन फोरम में माननीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और पांच प्रमुख महिला लीडर्स – कौसर मुनीर (गीतकार), सविता पुनिया (भारतीय हॉकी खिलाड़ी), स्मृति मंधाना (भारतीय क्रिकेटर), भाविना पटेल (भारतीय पैरा एथलीट और टैबल टेनिस खिलाड़ी) और लवलीना बोरगोहेन (भारतीय बॉक्सर, ओलंपियन) के साथ भारत के पहले ‘सभी के लिए स्वच्छता प्रतिज्ञा और प्रस्तावना: स्वच्छ जल, सतत स्वच्छता ’ को पेश किया।
इस कार्यक्रम में माननीय उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू द्वारा अपनी तरह की पहली कॉफी टैबल बुक ‘101 प्रेरणादायी कहानियां’ का भी अनावरण किया गया। यह पुस्तक भारत में सफाई कर्मचारियों की उम्मीदों और प्रेरणा की कहानियों का प्रदर्शन करती है। इंटेग्रेटेड हेल्थ एंड वेलबीइंग काउंसिल द्वारा संकलित यह पुस्तक उन कर्मचारियों के लिए एक श्रद्धांजलि है, जिन्होंने हमारी सफाई और स्वच्छता जरूरतों का ध्यान रखते हुए एक साफ और अधिक स्वच्छ वातावरण बनाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डाला। ये कहानियां उन लोगों की है, जिन्होंने अपने जीवन को हाथ से मैला ढोने से अधिक सम्मानजनक आजीविका में बदला है।
स्वच्छ भारत मिशन और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप, हार्पिक मिशन पानी जागरूकता बढ़ाने और संगठित कार्रवाई करने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो ‘कोई भी पीछे न छूटे’ की भावना को सुनिश्चित करता है। समावेशी स्वच्छता के लिए भारत की पहली प्रस्तावना सामूहिक रूप से एक समावेशी ईकोसिस्टम को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम है, जो एक स्वच्छ और स्वस्थ दुनिया का निर्माण करने के लिए एक साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता की पुष्टि करता है।
गौरव जैन, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, साउथ एशिया, रेकिट ने कहा, “रेकिट की लड़ाई, उच्चतम गुणवत्ता की सफाई, स्वास्थ्य और पोषण तक आसान पहुंच को एक मूलभूत अधिकार बनाना है, न कि यह कोई विशेषाधिकार है। आज, वर्ल्ड टॉयलेट डे पर, हम जल आपूर्ति और स्वच्छता प्रावधान तक पहुंच को सक्षम बनाने के लिए ईकोसिस्टम का निर्माण करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं, जो गरीबी उन्मूलन के लिए जरूरी है। हम स्वच्छ जल और स्वच्छता के लिए भारत की पहली प्रस्तावना को कायम रखने का संकल्प लेने के लिए पूरे देश को एक साथ ला रहे हैं। स्वच्छ जल और स्वच्छ शौचालय का मतलब है एक स्वस्थ राष्ट्र, इसे देश के विकास में सबसे महत्वपूर्ण मानवाधिकार घटकों में से एक के रूप में अपनाया जाना चाहिए।”
प्रसिद्ध गीतकार कौसर मुनीर द्वारा लिखित स्वच्छता प्रतिज्ञा का उद्देश्य सभी क्षेत्रों के लोगों को एक साथ लाना है ताकि सभी के लिए स्वच्छ जल और स्वच्छता तक पहुंच को सुनिश्यित किया जा सके। इस प्रतिज्ञा को जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन ने भी अपना समर्थन दिया है।
अक्षय कुमार, अभिनेता और मिशन पानी के लिए अभियान राजदूत, ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में, भारत ने स्वच्छता सुधार और देश में खुले में शौच को समाप्त करने की दिशा में तेजी से प्रगति की है। फिर भी अभी एक बड़ी आबादी के पास शौचालय और शुद्ध पेय जल की सुविधा मौजूद नहीं है। मुझे खुशी है कि मिशन पानी पहल के माध्यम से, रेकिट और नेटवर्क 18 ग्रुप हमें स्वच्छता की शपथ दिलाकर व्यवहार में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं। स्वच्छता की कमी न केवल स्वास्थ्य को प्रभावित करती है बल्कि आर्थिक विकास में भी बाधा खड़ी करती है। हम सभी के लिए इस पहल का समर्थन करना और संदेश को बड़ी संख्या में लोगों तक ले जाना, विशेषरूप से ग्रामीण भारत में, बहुत आवश्यक है।”
वर्ल्ड टॉयलेट डे कार्यक्रम में भारत और दुनिया भर की प्रमुख सार्वजनिक हस्तियों ने शिरकत की। सतत स्वच्छता और शुद्ध जल तक पहुंच को सबसे महत्वपूर्ण मानवाधिकारों में से एक रूप में मान्यता देने की वकालत के लिए परिचर्चा का आयोजन किया गया। फोरम ने भारतीय नागरिकों से कमजोर वर्ग के लिंग, जाति, वर्ग और क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए समावेशी प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक रूप से प्रयास करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान ऋषिकेश और पटियाला में हार्पिक वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज की लाइव रिपोर्ट, स्पेशल इंटरव्यू और उपलब्धि हासिल करने वालों की यात्रा को भी दिखाया गया।
हार्पिक मिशन पानी का उद्देश्य 2022 तक जमीनी स्तर के भागीदारों और नेटवर्क 18 के माध्यम से पूरे भारत में शौचालय के उपयोग और रखरखाव पर व्यवहार में बदलाव लाने के लिए 2 करोड़ से अधिक भारतीयों तक पहुंचना हे। यह कार्यक्रम सभी के लिए सुरक्षित और साफ शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराने में मदद और ‘पीछे कोई भी न छूटे’ के लिए वॉश (पानी, सफाई और स्वच्छता) पर केंद्रित होगा तथा कार्यक्रम की सफलता को सर्वेक्षण रैंकिंग के माध्यम से मापा जाएगा। हार्पिक ने पूरे भारत में 15 वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज की योजना बनाई है, जिनकी संख्या 2021 में छह है। इन वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज से 2 लाख से अधिक सफाई कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य लाभान्वित होंगे।
महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि के रूप में निर्मित राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र में सभी के लिए स्वच्छ पेय जल और शौचालय, साफ-सफाई, सुरक्षित स्वच्छता चक्र (निर्माण, उपयोग, रखरखाव, उपचार और पुन: उपयोग) पर ध्यान केंद्रित करने और भूजल एवं सतही जल की अखंडता को बनाए रखने, स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छ शौचालय और एक स्वच्छ, हरा-भरा जीवन के लिए प्रतिज्ञा ली गई।