स्वाद के चक्कर में बिगड़ ना जाए सेहत, मोमोज सेहत को पहुंचाते हैं गंभीर नुकसान, ये हैं साइड इफेक्ट्स

मोमोज खाने के नुकसान
मोमोज खाने के नुकसान

भागती-दौड़ती जिंदगी में लोग अक्सर समय बचाने के लिए कई सारे शॉर्टकट अपनाते हैं। चाहे रास्ता हो या भूख मिटाने के लिए खाना, लोग अक्सर ऐसी ही चीजें पसंद करते हैं, जो उनका समय बचाए। यही वजह है कि आजकल कई सारे लोग फास्ट फूड को अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाते जा रहे हैं। पिज़्ज़ा, बर्गर, नूडल्स जैसे जंक फूड इन दिनों बच्चे ही नहीं, बल्कि बड़ों को भी पसंद बन चुके हैं। मोमोज भी इन्हीं फास्ट फूड्स में से एक है, जो पूरे देश में काफी लोकप्रिय हो चुका है। इन दिनों यह एक फेवरेट स्ट्रीट फूड बन चुका है, जो आपको लगभग देश के हर हिस्से में खाने को मिल जाएंगे। मैदे से बनी यह डिश चटपटी और तीखी चटनी और मेयोनीज के साथ सर्व की जाती है। हालांकि, स्वाद में लाजवाब यह व्यंजन आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो चटकारे लेकर अक्सर मोमोज खाते हैं, तो आज हम आपको बताएंगे इससे होने वाले कुछ भयानक नुकसाओं के बारे में-

हड्डियों को बनाए खोखला

हड्डियों को बनाए खोखला
हड्डियों को बनाए खोखला

मोमोज को बनाने के लिए मैदा का इस्तेमाल किया जाता है। गेहूं से बने मैदे में से प्रोटीन और फाइबर निकाल दिया जाता है, जिसके बाद सिर्फ डेड स्टार्ट ही बचता है। ऐसे में प्रोटीन रहित इस मैदे को खाने से शरीर को काफी नुकसान पहुंचता है। दरअसल, इसकी प्रकृति एसिडिक हो जाती है, जिसकी वजह से यह हड्डियों में जाकर कैल्शियम सोख लेता है और हड्डियों को खोखला करता है। साथ ही मैदा पचाने में भी काफी मुश्किल होता है, जिसकी वजह से यह आंत में चिपक कर उन्हें ब्लॉक कर सकता है।

किडनी और पेनक्रियाज के लिए खतरा

अक्सर मार्केट में मिलने वाले मोमोज सफेद और सॉफ्ट होते हैं। उन्हें इस तरह का बनाने के लिए इसमें ब्लीच, क्लोरीनगैस, बेंजोयल पराक्साइड एजो कर्बेमिड मिलाया जाता है। यह सारे केमिकल्स आपकी किडनी और पैंक्रियास को डैमेज करते हैं और डायबिटीज का खतरा भी बढ़ाते हैं।

आंतों के लिए हानिकारक लाल चटनी

आंतों के लिए हानिकारक लाल चटनी
आंतों के लिए हानिकारक लाल चटनी

मोमोस के साथ मिलने वाली तीखी लाल चटनी कई लोगों को बेहद पसंद होती है, लेकिन इसे बनाने के लिए अत्यधिक लाल मिर्च और अन्य मसालों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी वजह से पाइल्स, गैस्ट्राइटिस, पेट और आंतों से ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है।

मोटापा भी बढ़ाए

अक्सर मोमोज बेचने वाले इसे स्वादिष्ट और सुगंधित बनाने के लिए इसमें मोनोसोडियम ग्लूटामैट (एमएसजी) नामक केमिकल मिलाते हैं। यह केमिकल न सिर्फ मोटापा बढ़ाता है, बल्कि ब्रेन और नर्व की समस्या, चेस्ट पेन, हार्ट रेट और बीपी बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभा सकता है।

खराब मांस-सब्जियों का इस्तेमाल

कई लोग नॉन वेज मोमोज खाना बेहद पसंद करते हैं, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कुछ जगह नॉन वेज मोमोज बनाने के लिए डेड एनिमल्स के मीट का इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं वेज मोमोज में भी कई बार खराब और सड़ी-गली सब्जियां भी डाल दी जाती हैं। ऐसे में इस तरह से बने मोमोज को खाने से शरीर कई तरह के संक्रमण का शिकार हो सकता है।

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