ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिये राजीविका द्वारा आयोजित कार्यशाला में किया सम्मानित

जि़ला कलेक्टर ने राजीविका अंतर्गत खाता खोलने तथा बैक लोन स्वीकृत करने में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बैंकर्स को किया सम्मानित

हनुमानगढ़। जिले की ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिये राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (राजीविका) तथा बैकर्स द्वारा स्वयं सहायता समूहों की महिलाओ को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाने हेतु बैकों से लोन प्रदान करने के विषय पर जिला परिषद सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने की। कार्यक्रम में अग्रणी बैक प्रबंधक राजकुमार, डीडीएम नाबार्ड दयानंद काकोडिया, डीडी सामाजिक न्याय विभाग विक्रम सिंह, डीपीएम राजीविका सु साजिया तबस्सुम, समस्त ब्लॉक परियोजना प्रबंधक व जिले के सभी बैंक के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

कार्यशाला में जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने खाता खोलने तथा बैक लोन स्वीकृत करने में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बैकर्स आरएमजीबी से सुभाष कुमार, आईसीआईसीआई से उमेश कुमार, पीएनबी से उदयपाल, एसबीआई से मती राजवीर कौर, एलडीएम राजकुमार, आरसेटी से अनिल राठौड़, एचडीएफसी से श्रवण कुमार, राजीविका से जिला परियोजना प्रबंधक सु साजिया तबस्सुम, जिला प्रबंधक वित्त सु संजू पूनियां, आजीविका जिला प्रबंधक गौरव कुमार, प्रशांत कुमार, जिला एकाउंटेंट सुमित कुमार, वित्तीय प्रबंधक नरेन्द्र असीजा को सम्मानित किया गया।

कार्यशाला में जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने बैंकर्स से राजीविका की महिलाओं को स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिये संवेदनशीलता से लोन स्वीकृत करने हेतु निर्देशित किया। डीडीएम नाबार्ड दयानंद काकोडिया ने एसएचजी बनाने के मुख्य उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उक्त योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है और महिलाओं की आय में वृद्धि करना है। अग्रणी बैक जिला प्रबंधक राजकुमार ने विस्तार से आरबीआई गाईडलाईन्स पर मार्गदर्शन प्रदान कर बैंकर्स का उत्साहनवर्धन किया।

इससे पहले राजीविका की महिलाओं की वर्तमान प्रगति पर डीपीएम राजीविका सु साजिया तबस्सुम व डीएमएफआई सु संजू पूनियां व गौरव ने अतिथियों को विस्तृत जानकारी दी।कार्यशाला में जिला परियोजना प्रबंधक सु साजिया तबस्सुम ने हनुमानगढ़ जिले की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि अब तक एनआरएलएम परियोजना की प्रथम अनुदान की राशि 22 करोड़ पांच हजार रूपये एवं द्वितीय अनुदान राशि 42 करोड़ रूपये स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दिये जा चुके है। अब तक हनुमानगढ़ जिले में 2470 स्वयं सहायता समूह बनाये जा चुके है जिसमें 24 हजार से अधिक महिलाएं जुड चुकी है एव अब तक बैकों द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 7.23 करोड़ रूपये का ऋण दिया जा चुका है जिससे वह अपने रोजगार में वृद्धि कर रही है।

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