
डीग। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर डीग जिले के ग्राम पूंछरी स्थित मंदिर श्री नाथ जी पूंछरी का लौठा, डीग में जीवन को दिशा देने वाले एवं जीवन में प्रेरणा स्त्रोत व पथ प्रदर्शक गुरुओं का वंदन/पूजन किया तथा सम्मानित गुरुओं को श्रीफल, चरण पूजन एवं तिलक कर उनका आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री शर्मा ने इससे पूर्व श्रीनाथ जी मंदिर में भगवान श्री नाथ जी का पंचामृत से यथा दूध, दही, शहद, घी एवं शर्करा से अभिषेक किया। इस दौरान भगवान श्रीनाथ जी की आरती उतारी गई तथा श्रद्धा, भक्ति और आस्था के वातावरण में भगवान का श्रृंगार किया गया। शर्मा ने श्रीनाथ जी की पुर्जा-अर्चना कर देश-प्रदेश में खुशहाली की कामना की। उन्होंने पूँछरी का लौठा में मुकुट मुखारबिंद पर श्रीगिरिराज जी का दुग्धाभिषेक किया।
इस दौरान उन्होंने गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा गुरु पूर्णिमा के अवसर पर डीग जिले में स्थित पूंछरी का लौठा धाम में प्रतिवर्ष आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा के दिन गुरुओं एवं साधु-संतों का आशीर्वाद लेते है। वे श्रीनाथ जी मंदिर में अपने विभिन्न गुरुओं के प्रति श्रद्धा, सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करते है। उन्होंने चंदप्रकाश चंदू मुखिया, दाऊजी मुखिया जी, महंत विजय बाबा, राम मुखिया जी, महंत मुरारीलाल जी पाराशर, महंत शिवरामदास जी महाराज, रमेश मुखिया जी, ब्रह्मचारी बाबा, कन्हैयालाल जी और मनोहरलाल जी की पूजा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।

गुरु पूर्णिमा उत्सव का महत्व गुरु-शिष्य परंपरा की पवित्रता में विहित है। साथ ही, भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान देवता से भी ऊपर माना गया है। गुरु के शब्द में ही इसका सारांश छुपा है। ‘गुरु वह होता है जो अज्ञान के अंधकार को दूर कर ज्ञान का प्रकाश देता है। ऐसे में गुरु द्वारा अपने शिष्यों को न केवल सांसारिक ज्ञान प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें आध्यात्मिक ज्ञान और मुक्ति का मार्ग भी दिखाते हैं। कार्यक्रम के अंत में शर्मा द्वारा श्री नाथजी मंदिर परिसर में कदम का पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।

इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, विधायक डीग-कुम्हेर डॉ. शैलेश सिंह, सहित विभिन्न जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण एवं आमजन उपस्थित रहे।
