
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कक्षा 10वीं-12वीं की परीक्षाओं के नतीजे का सभी को बेसब्री से इंतजार है। ऐसे में छात्रों और अभिभावकों का यह जानना बेहद जरूरी है कि पास होने के लिए कितने अंक लाने अनिवार्य हैं और न्यूनतम उत्तीर्ण प्रतिशत क्या निर्धारित किया गया है। सीबीएसई ने प्रत्येक विषय में उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम अंकों की एक स्पष्ट रूपरेखा तय की है, जिसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों में अलग-अलग पास होना आवश्यक है। आइए जानें 2025 के परीक्षा परिणाम में पास होने के लिए छात्रों को क्या मानदंड पूरे करने होंगे।
10वीं के छात्रों को लाने होंगे इतने अंक
सीबीएसई कक्षा 10वीं के छात्रों को पास होने के लिए प्रत्येक विषय में कुल अंकों का कम से कम 33% प्राप्त करना अनिवार्य है। यदि किसी विषय में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों हिस्से शामिल हैं, तो छात्रों को दोनों में अलग-अलग 33% अंक लाने होंगे। उदाहरण के लिए, विज्ञान विषय में यदि 70 अंक थ्योरी और 30 अंक प्रैक्टिकल के हैं, तो छात्र को थ्योरी में कम से कम 23 अंक और प्रैक्टिकल में 10 अंक प्राप्त करने होंगे।
12वीं के लिए पास प्रतिशत
कक्षा 12वीं में भी छात्रों को हर विषय के थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों भागों में न्यूनतम 33% अंक प्राप्त करना आवश्यक है। केवल कुल अंक पर्याप्त नहीं हैं, बल्कि हर हिस्से में पास होना जरूरी है। यदि छात्र किसी एक हिस्से में फेल होता है, तो उसे उस विषय में अनुत्तीर्ण माना जाएगा।
कौन दे सकता है कंपार्टमेंट परीक्षा?
- कक्षा 10वीं यदि छात्र एक या दो विषयों में फेल होता है, तो वह कंपार्टमेंट परीक्षा में बैठ सकता है।
- कक्षा 12वीं में यदि छात्र केवल एक विषय में फेल होता है, तो वह कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल हो सकता है। अगर छात्र दो या दो से अधिक विषयों में फेल होता है, तो वह कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल नहीं हो सकता और उसे पूरी परीक्षा फिर से देनी होती है।