
किआ इंडिया के उपाध्यक्ष के जवाब
भारत दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश ही है, बल्कि यह ट्रैफिक के लिहाज से भी सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है। पहले के मुकाबले अब ज्यादा लोग अपने व्यक्तिगत वाहन से चलना पसंद कर रहे हैं। ऐसे में वाहनों की संख्या में काफी बढ़ोती हुई है। मैन्युअल गियर वाले वाहन निश्चित रूप से ज्यादा सामान्य रूप से देखे जाते हैं। लेकिन ऑटोमैटिक गियर वाले वाहनों की लोकप्रियता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। कंपनी ने बताया कि इस समय भारत में बिकने वाली हर पांच कारों में से लगभग एक में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन है।

एक दशक पहले यह तस्वीर पूरी तरह से अलग थी। क्योंकि कुल कारों की बिक्री में ऑटोमेटिक की हिस्सेदारी सिर्फ 2-3 प्रतिशत थी। बिक्री में इजाफे का यह बदलाव मुख्य रूप से बढ़ती डिस्पोजेबल इनकम और ट्रैफिक के कारण है। इसकी बढ़ोतरी का एक अन्य कारण इसमें मिलने वाली ड्राइविंग की आसानी के साथ-साथ मूल्य अनुपात भी है। जब हम भारतीय बाजार में अपनी यात्रा की शुरुआत कर रहे थे, तो हमने इस प्रवृत्ति को करीब से देखा और अपने नए जमाने के ग्राहक आधार को ध्यान में रखते हुए ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की शुरुआत की। वर्तमान में, भारत में हमारे द्वारा पूरे पोर्टफोलियो में बेचे जाने वाले 33 प्रतिशत वैरिएंट ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाले हैं।

किआ में हम अपने वैल्यू ऑफरिंग के जरिए एक बिना परेशानी वाला कस्टमर एक्सपीरियंस देना चाहते हैं। हम भारत के कुछ ओईएम में से एक हैं जो अपने उत्पाद पोर्टफोलियो में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन विकल्पों की एक विविध रेंज की पेशकश करते हैं। सोनेट और कैरेंस में, हम 7-स्पीड डीसीटी और 6-स्पीड एटी की पेशकश करते हैं, जबकि हमने सेल्टोस में कई इंजन ऑप्शन के साथ उपरोक्त गियरबॉक्स के अलावा आईवीटी जोड़ा है। कार्निवल में, हम अपने ग्राहकों को डीजल इंजन के साथ 8-स्पीड एटी की पेशकश करते हैं।
जब से हमने अगस्त 2019 में अपना बिक्री संचालन शुरू किया है, तब से हमने भारतीय बाजार में 4,65,158 यूनिट्स की बिक्री की है। कुल बिक्री में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वैरिएंट का योगदान 31 फीसदी है।
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