अर्जुनराम को घर बैठाकर ही रहूंगा : मेघवाल

कैबिनेट मंत्री बनकर पहली बार बीकानेर आए गोविंद ने सार्वजनिक मंच से केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम को चुनौती दी

बीकानेर। कैबिनेट मंत्री की शपथ लेकर पहली बार बीकानेर पहुंचे आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने अपना लक्ष्य सार्वजनिक कर दिया। सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, अर्जुनराम को तीन बार जनता ने चुनाव जिता दिया लेकिन अब 2024 में उनको घर बैठा कर रहूंगा। यह मेरा संकल्प है। बीकानेर की प्रत्येक विधानसभा में जाकर लोगों से मिलूंगा और इसके लिए पार्टी नेताओं से अनुमति भी लूंगा। मेघवाल का संकेत साफ तौर पर लोकसभा के लिए था।

कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए कहा कि मैं वह मंत्री नहीं हूं जो पद हासिल करने के बाद अपने दरवाजे बंद कर लूं। मैं कल दिनभर बीकानेर में हूं। फिर खाजूवाला-छत्तरगढ़ जाऊंगा। जिसे भी मिलना है उसके लिए मेरे दरवाजे खुले हैं। मैं ऐसा सिस्टम बनाऊंगा जिससे कोई भी व्यक्ति मेरे दरवाजे से निराश होकर न जाए। उधर, श्रीडूंगरगढ़ से लेकर सर्किट हाउस तक मेघवाल का जगह-जगह स्वागत हुआ। जोधपुर बाईपास के पास एक भवन में कुछ देर ठहरे और लोगों ने उनका स्वागत किया।

वहां से काफिला सर्किट हाउस पहुंचा तो गोविंदराम मेघवाल के समर्थन में जोरदार नारेबाजी हुई। यहां एक मंच लगाया गया और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। मेघवाल के साथ खाजूवाला की पूर्व प्रधान सरिता चौहान और पूगल प्रधान गौरव चौहान भी थे। स्वागत करने वालों में देहात कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र गहलोत, बीकानेर प्रधान घनश्याम आसोपा, नोखा नगरपालिका चेयरमैन नारायण झंवर, पूर्व मेयर मकसूद अहमद, शब्बीर अहमद, राहुलजादू संगत, विमल भाटी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

जिले के करीब साढ़े तीन लाख एससी मतदाताओं को साधने के लिए इसी वर्ग के दो मंत्रियों के बीच असली परीक्षा अब शुरू हो गई है। जिसका रिजल्ट 2023 विधानसभा और 2024 लोकसभा चुनाव में सामने आएगा। 2008 से लगातार लोकसभा सीट पर काबिज भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल को चुनौती देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खाजूवाला विधायक गोविंदराम मेघवाल को कैबिनेट मंत्री बनाकर बड़ा दांव खेला है। 2009,2014 और 2019 में गोविंद की बिना मर्जी से आए कांग्रेस उम्मीदवार अर्जुनराम के सामने नहीं टिक पाए लेकिन अभी से चुनावी तैयारियों में जुटी कांग्रेस अब गोविंद के सहारे पश्चिमी राजस्थान की दोनों सुरक्षित लोकसभा सीटें जीतना चाहती है।

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