अगर बड़ी आंत में हो सूजन, तो पढि़ए इस वक्त आपको क्या खाना है और क्या नहीं?

अल्सरेटिव कोलाइटिस यानी बड़ी आंत का सूज जाना एक प्रकार की इन्फ्लेमेटरी बाउल बिमारी होती है और इसका पहला इलाज डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाइयां लेना ही है। परंतु मेडिकल उपचार बहुत महंगे होते हैं और उनके कारण आप को साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। कुछ रिसर्च का कहना है कि आप अपनी डाइट में कुछ बदलाव करके भी अपनी इस बीमारी को बिल्कुल ठीक कर सकते हैं। आप को कुछ ऐसी चीजें खानी होंगी जिससे आप को ठीक होने में मदद मिले।

लो फाइबर वाली सब्जियां खाएं

आप को लो फाइबर वाली सब्जियां तो हमेशा ही खानी चाहिएं। यह आप की सेहत के लिए बहुत उपयोगी हैं और जब आप को यूसी जैसी बीमारी है तो आप को अवश्य ही अपनी डाइट में लो फाइबर वाली सब्जियां जैसे ब्रोकली, पत्तागोभी, गोभी आदि खानी चाहिए। भले ही ये सब्जियां पचने में थोड़ी तकलीफ हो। परन्तु इनको खाने से आप को आराम मिलता है। इंसानों में ऐसे एंजाइम की कमी होती है जो इन सब्जियों से मिलने वाली कार्बोहाइड्रेट चेन को तोड़ पाएं। इनके बजाय आप एस्परागुस, शकरकंद व स्क्वैश जैसी सब्जियां खायें। ये पचाने में भी आसान है।

फरमेंटेड फूड

फर्मेंटेड फूड जैसे केफऱि, कंबुचा आदि में एक्टिव प्रोबायोटिक्स होते हैं जो कि हमारे शरीर के लिए अच्छे बैक्टीरिया माने जाते हैं। इन बैक्टीरिया के कारण हमारे पाचन तंत्र को ठीक से काम करने में बहुत मदद मिलती है। इसके अलावा यह बैक्टीरिया हमारे पूरे शरीर की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इन बैक्टीरिया से आप का इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। जिसकी वजह से आप के यूसी को रिकवर होने में बहुत सहायता मिलती है। क्योंकि यह एक ऑटो इम्यून डिजीज होती है जिसे ठीक होने में प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना बहुत जरूरी होता है।

कुछ मसाले जोड़ों के दर्द को ठीक करने में मदद करते हैं

इस बीमारी के कुछ लक्षण जी मिचलाना व जोड़ों में दर्द रहना आदि होते हैं। इन की वजह से हो सकता है आप बहुत अधिक परेशान हो गए हो। इसलिए लहसुन व अदरक जैसे मसालों से आप को जोड़ों में दर्द में राहत मिलेगी। आप इन मसालों को या तो सब्जियों में प्रयोग कर सकते हैं या फिर आप इनको सूप के अंदर डाल कर पी सकते हैं। यह आप के डाइजेस्टिव डीस ऑर्डर को ठीक करने में मदद करते हैं।

ओमेगा 3 को अपनी डाइट में शामिल करें

रेड मीट खाने से आप के यूसी पर किसी प्रकार का प्रभाव पड़ता है या नहीं इसके बारे में अभी रिसर्च जारी है। परन्तु यदि आप मछली खाते हैं तो उससे आप को बहुत सारे पोषण मिल सकते हैं। जो कि आप के लिए बहुत लाभदायक हो सकते हैं। ओमेगा 3 एक ऐसा पोषक तत्त्व होता है जिसे हमारा शरीर बॉडी सेल्स व हार्मोन्स के बनाने के लिए प्रयोग करता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड्स हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में भी बहुत लाभदायक होता है। हमें ओमेगा 3 फिश खाने के द्वारा मिल सकता है। अत: फिश को अपनी डाइट में जरूर एड करें।

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ग्लूटन फ्री डाइट

ग्लूटन एक प्रोटीन है जो गेहूं, राई और जौ जैसे अनाज में पाया जाता है। शोध से पता चलता है कि ग्लूटेन फ्री डाइट से इस बिमारी के लक्षणों में सुधार होता है। आप ग्लूटन फ्री आहार में फल और सब्जियां, सेम, बीज, और फलियां, अंडे, मछली, मुर्गी और मांस, सबसे कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, अनाज जैसे क्विनोआ, मक्का आदि ले सकते हैं।