सिचुएशन को डील करने का हो तरीका तो रिलेशनशिप में बहसबाजी इतनी भी नहीं बुरी

रिलेशनशिप
रिलेशनशिप

रिश्तों की डोर बहुत नाजुक होती है। जरा सी गलती और लापरवाही से ये धागा टूट सकता है। रिश्ते में प्यार, अपनापन, विश्वास बना रहे, इसके लिए कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। प्यार की गाड़ी बिना तकरार के कहां ही चलती है और जब दो अलग- अलग सोच-विचार के लोग साथ मिलते हैं, तो इसकी संभावना और ज्यादा बढ़ जाती है। रिश्ते में छोटी-मोटी नोकझोक होने में कोई बुराई नहीं, बस इसके चलते कभी भी ऐसी सिचुएशन नहीं पैदा होनी चाहिए कि अलगाव ही एकमात्र ऑप्शन बचें। वैसे किसी भी लड़ाई- झगड़े को आप कुछ टिप्स की मदद से आसानी से निपटा सकते हैं, आइए जानते हैं कैसे।

गलतियों को स्वीकारें

गलतियों को स्वीकारें
गलतियों को स्वीकारें

किसी भी रिश्ते में अपनी गलतियों को स्वीकार करना अच्छा होता है। खुद को सही साबित करने के चक्कर में साथी को दोषी ठहराना रिश्ते में कड़वाहट की वजह बन सकता है। जबकि अपनी गलती मान लेने से रिश्ता मजबूत होता है और पार्टनर की नजरों में आपकी इज्जत भी बढ़ती है।

सही शब्द चुनें

सही शब्द चुनें
सही शब्द चुनें

नॉर्मल बातचीत हो या लड़ाई-झगड़ा सही शब्दों का चुनाव बहुत ही जरूरी है। हालांकि गुस्से में क्या बोलना है इसका होश कहां ही रहता है, लेकिन अगर आप झगड़े को बढ़ाना नहीं चाहते, तो इस चीज का खासतौर से ध्यान रखें। बहसबाजी के दौरान अपशब्दों और पर्सनल कमेंटबाजी से जितना हो सके बचें।

शांति से डील करें

अगर आपका पार्टनर किसी बात पर भडक़ा हुआ है, तो उसे जवाब देने के चक्कर में आप भी अपना आपा न खोएं, बल्कि उस सिचुएशन को शांति से डील करने की कोशिश करें। हर बात को जवाब देकर नहीं, बल्कि कुछ स्थितियों को शांत रहकर भी डील किया जा सकता है।

बहसबाजी के कुछ फायदे भी हैं

कभी-कभी होने वाली तकरार से खुद को समझने का भी मौका मिलता है। पता चलता है कि आप दोनों इस रिश्ते से क्या चाहते हैं।
झगड़े और बहस के दौरान मन की भड़ास निकल जाती है। बातों को सीधे शब्दों में कहने का मौका होता है।
हेल्दी नोकझोक से रिश्ते में अलगाव की संभावना कम हो जाती है।

यह भी पढ़ें : अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 8 अगस्त तक बढ़ी

Advertisement