
भारतीय समाज में रक्तदान को महादान कहा गया है। रक्तदान से आप लोगों की जिंदगी में बचा सकते हैं। यही नहीं, रक्तदान से आप स्वयं के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इन्हीं सब बातों का ध्यान रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस के मौके पर 17 सितंबर से रक्तदान अमृत महोत्सव का शुभारंभ किया जा रहा है। मंत्रालय ने देशवासियों से इस अभियान से जुडऩे की अपील की है। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि आप इस अभियान से कैसे जुड़ सकते हैं और कौन लोग रक्तदान कर सकते और साथ ही जानेंगे ब्लड डोनेट करने के नियम क्या हैं।

रक्तदान कौन कर सकता है और कौन नहीं

- ब्लड देने वाले का वजन 45 किलोग्राम से कम नहीं होना चाहिए।
- हीमोग्लोबिन का लेवल 12.5 ग्राम से कम नहीं होना चाहिए।
- कैंसर के मरीज नहीं कर सकते ब्लड डोनेट।
- अगर आप मिर्गी, अस्थमा, ब्लीडिंग डिसऑर्डर्स, थैलेसीमिया, सिकल सेल एनीमिया, पॉलीसिथीमिया वेरा आदि से जूझ रहे हैं, तो आप रक्तदान नहीं कर सकते।
- पिछले एक साल में टैटू या एक्युपंचर थेरेपी ली है, तो ब्लड डोनेट नहीं कर सकते।
- महिलाओं को डिलीवरी और ब्रेस्ट फीडिंग के करीब 1 साल बाद ही ब्लड डोनेट करना चाहिए।
- डायबिटीज में इंसुलिन का इंजेक्शन ले रहे हैं, तो आप ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं। लेकिन अगर ये कंट्रोल में है, तो आप ब्लड डोनेट कर सकते हैं।
- नसों के द्वारा अगर एक भी बार आपने इंजेक्शन लिया है, तो ब्लड डोनेट नहीं कर सकते।
- किसी बीमारी की दवा लेते हैं, तो ब्लड डोनेशन से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
- हेपेटाइटिस बी, सी, ट्यूबरकुलोसिस, लेप्रोसी और एचआईवी का इंफेक्शन है, तो इस कंडीशन में भी ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं।
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