
नीम करोली बाबा ने बताए थे तीन महत्वपूर्ण संकेत
प्राचीन काल से ही भारत को संतों, ऋषियों, योगियों और गुरूओं की वजह से जाना जाता है। यहां कई ऐसे संत हुए हैं जिनकी भक्त ना सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी फैले हुए हैं। इनमें से एक हैं उत्तराखंड के कैंचीधाम वाले संत महात्मा नीम करोली बाबा। बाबा नीम करोली को कई तरह की सिद्धियां प्राप्त थीं।
नीम करोली बाबा का वास्तविक नाम लक्ष्मीनारायण शर्मा था। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के अकबरपुर गांव में 1900 के आसपास हुआ था। 1958 में बाबा ने अपने घर का त्याग कर दिया था। वो पूरे उत्तर भारत में साधुओं की तरह विचरण करते थे। उस समय वह लक्ष्मण दास, हांडी वाले बाबा और तिकोनिया वाले बाबा सहित कई नामों से जाने जाते थे।
नीम करोली बाबा अपने सिद्धांतों और प्रवचन की वजह से जल्द ही घर-घर लोकप्रिय हो गए थे। उनकी बताई बातों का जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। नीम करोली बाबा के अनुसार व्यक्ति के जीवन में जब अच्छा समय आने वाला होता है तो उससे पहले कई संकेत मिलने लगते हैं।
साधु संत का नजर आना

नीम करोली बाबा के अनुसार, जिस व्यक्ति को साधु संत नियमित रूप से नजर आते हैं। उन्हें जीवन में कई प्रकार की सफलताएं प्राप्त होती है। यह संकेत है कि उनका अच्छा समय शुरू होने वाला है। साधु संतों का नजर आना इस बात का चिन्ह है कि देवी-देवताओं की कृपा दृष्टि व्यक्ति पर बनी हुई है।
भावुक होना है अच्छे समय का चिन्ह

नीम करोली बाबा बताते हैं कि जो व्यक्ति हर समय सच्चे मन से भगवान का भजन और कीर्तन करता है। साथ ही भक्ति के समय उसके आंखों से आंसू गिरने लगते हैं तो यह चिन्ह है कि व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों से छुटकारा मिलने वाला है। माना जाता है कि भक्ति के समय आंसुओं का गिरना शुभ संकेत होता है।
पशु-पक्षियों का घर पर नियमित आना
नीम करोली बाबा बताते हैं कि जिस व्यक्ति के घर पर नियमित रूप से पशु पक्षी आते हैं, उन्हें यह समझ जाना चाहिए कि उनके लिए अच्छा समय आने वाला है। साथ ही देवी-देवताओं की कृपा उन पर बरसने वाली है। पशु पक्षियों का आना सामान्य नहीं माना जाता है। यह शुभ संकेत होते हैं और इससे घर-परिवार में खुशियां आती है।
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