
19 और 20 सितंबर को इंडेको होटल स्वामीमलाई, कुंभकोणम, तंजौर में आयोजन
जयपुर। इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) की 23वीं एनुअल जनरल मीटिंग और 11वां एनुअल कन्वेंशन इस वर्ष 19 और 20 सितंबर को तमिलनाडु के तंजौर में इंडेको होटल स्वामीमलाई, कुंभकोणम में आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष एजीएम और कन्वेंशन की थीम ‘रिवाइटलाइजिंग इंडियन हेरिटेज’ होगी। यह पहली बार है जब राजस्थान के बाहर किसी अन्य राज्य में आईएचएचए एजीएम और कन्वेंशन का आयोजन होने जा रहा है।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय पर्यटन मंत्री, गजेन्द्र सिंह शेखावत और तमिलनाडु सरकार के पर्यटन मंत्री, के. रामचंद्रन करेंगे। यह आयोजन आईएचएचए के प्रेसिडेंट एमिरेट्स, एचएच गज सिंह की अध्यक्षता में किया जाएगा। आईएचएचए का उद्देश्य देश में हेरिटेज पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए रोडमैप तैयार करने हेतु युवा और सतत ऊर्जा का संचार करना है। उल्लेखनीय है कि पैन इंडिया कुल 206 हेरिटेज होटल्स हैं और वहीं राजस्थान में करीब 140 हेरिटेज होटल्स हैं। यह जानकारी इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) के जनरल सेक्रेटरी, मेजर गज सिंह ने दी।

‘रिवाइटलाइजिंग इंडियन हेरिटेज’ होगी इस वर्ष एजीएम और कन्वेंशन की थीम
आईएचएचए के उपाध्यक्ष स्टीव बोर्जिया, इस ऐतिहासिक कन्वेंशन के संयोजक होंगे। बोर्जिया ने बताया कि इस कन्वेंशन का उद्देश्य न केवल युवा पीढ़ी को लीडरशिप के लिए प्रेरित करना है, बल्कि यह भी देखना है कि आईएचएचए किस प्रकार विश्व भर में हेरिटेज पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण और सार्थक भूमिका निभा सकता है। कन्वेंशन के दौरान इस पर चर्चा होगी की किस प्रकार हेरिटेज होटल्स को देश-विदेश में बेहतर स्ट्रेटेजी के साथ मार्केट किया जाए, जिससे देश में हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा मिल सके। आईएचएचए हमेशा से देश की विरासत के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध रहा है, इनमें किले, महल, नदियां, स्मारक, हवेलियां और लेक आदि शामिल हैं।
पहली बार राजस्थान के बाहर किसी अन्य राज्य में हो रहा आईएचएचए मीटिंग और कन्वेंशन
अब समय है कि हमारी आने वाली पीढ़ी को देश की विरासत के संरक्षण का जिम्मा सौंपा जाए। बोर्जिया ने आगे बताया कि 20 सितंबर को तमिलनाडु सरकार के पर्यटन मंत्री कन्वेंशन का उद्घाटन करेंगे और उनका मुख्य संबोधन होगा। कार्यक्रम में पूरे भारत से लगभग 150 हेरिटेज होटलियर्स के शामिल होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि वर्ष 1990 में गठित आईएचएचए, स्वतंत्रता के बाद पहला संगठन है, जो हेरिटेज होटलों को संरक्षित और पुनर्जीवित करके हेरिटेज पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है। भारत की समृद्ध, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आर्किटेक्चरल हेरिटेज को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से इसके द्वारा पहला एनुअल कन्वेंशन 21 और 22 सितम्बर 2012 को रणथम्भौर में आयोजित किया गया था।