
जयपुर। ऐतिहासिक संजय बाजार में हर सप्ताह लगने वाले अवैध हटवाड़े ने स्थानीय निवासियों और व्यापारियों का जीवन दूभर कर दिया है। अवैध अतिक्रमण के कारण सड़कें बाधित हो रही हैं यातायात ठप है और अस्वच्छता के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। यह अवैध हटवाड़ा न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन गया है बल्कि न्यायपालिका के आदेशों की अवमानना का भी उदाहरण बन चुका है। राजस्थान उच्च न्यायालय ने इस अवैध हटवाड़े को हटाने का आदेश दिया है। बावजूद इसके जयपुर नगर निगम (हेरिटेज) और पुलिस प्रशासन ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। क्षेत्र में अवैध वसूली और कब्जे के मामले बढ़ रहे हैं जिससे आमजन में असुरक्षा का माहौल है।
जयपुर नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण मुक्त अभियान की सराहना की जाती है लेकिन संजय बाजार का यह अवैध हटवाड़ा प्रशासन की कार्यशैली और प्राथमिकताओं पर सवाल खड़ा करता है। इस गंभीर मुद्दे को जिला प्रशासन और नगर निगम गंभीरता से लेकर शहर को अतिक्रमण और हटवाड़ा मुक्त बनाने के अभियान में नागरिकों का साथ दें।यह मुद्दा केवल स्थानीय निवासियों का नहीं बल्कि पूरे जयपुर की साख और स्वच्छता से जुड़ा है। जयपुरवासियों को विश्वास है कि मीडिया इस महत्वपूर्ण सामाजिक समस्या पर ध्यान आकर्षित करने और उचित कार्रवाई के लिए अपना सहयोग देगा।