
बेंच ने इंटरवेशन एप्लीकेशन पर जवाब मांगा था, जिसे केस के फाइल से गायब पाया गया
नई दिल्ली। भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की रिव्यू पिटीशन के मामले में नया मोड़ आ गया है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी थी, लेकिन, केस से जुड़े कुछ अहम डॉक्यूमेंट गायब हो गए। इससे सुनवाई टल गई। जस्टिस यूयू ललित और जस्टिस अशोक भूषण की बेंच अब सुनवाई 20 अगस्त को करेगी। बेंच ने इंटरवेशन एप्लीकेशन पर जवाब मांगा था, जिसे केस के फाइल से गायब पाया गया। ऐसे में पक्षों ने नई कॉपी दाखिल करने के लिए कोर्ट से समय मांगा। इसके बाद कोर्ट ने अगली तारीख तय कर दी।
कोर्ट के आदेश की अवमानना का दोषी पाया था
दरअसल, यह रिव्यू पिटीशन विजय माल्या के कोर्ट के अवमानना मामले से जुड़ी है। माल्या ने कोर्ट के 14 जुलाई 2017 के उस फैसले के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसमें माल्या को बैंकों को 9000 करोड़ का बकाया चुकाने के आदेश का पालन न करने का दोषी ठहराया गया था। हालांकि, माल्या ने अपने बच्चों को 4 करोड़ डॉलर ट्रांसफर किए थे।
कोर्ट ने रजिस्ट्री से मांगा जवाब था
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने 19 जून को पिछले 3 साल से माल्या की रिव्यू पिटीशन को लिस्ट न करने के संबंध में अपनी रजिस्ट्री से स्पष्टीकरण मांगा था। बेंच ने रजिस्ट्री से कहा था है कि वह पिछले 3 साल से पिटीशन से जुड़ी फाइल से डील कर रहे अधिकारियों के नाम के साथ पूरी डीटेल दे। कोर्ट ने था कहा कि रिव्यू पिटीशन पर सुनवाई से पहले रजिस्ट्री हमें ये बताए कि पिछले 3 साल से मामले को कोर्ट में लिस्ट क्यों नहीं किया गया।