सभी अधिकृत राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों में हैल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश-जिला कलक्टर

  • कोविड-19 से संक्रमित मरीजों को आवश्यक सहयोग व सेवा प्रदान करने हेतु
  • हैल्प डेस्कों के आकस्मिक निरीक्षण के लिए आठ दलों का गठन

जयपुर। जयपुर जिला कलक्टर अंतर सिंह नेहरा ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में अधिकृत सभी राजकीय एवं निजी चिकित्सालय में ‘राउण्ड द क्लॉक’ हैल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। नेहरा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हैल्प डेस्क को स्थापित करने का मुख्य उदेष्य कोविड-19 से संक्रमितों मरीजों को आवश्यक सहयोग एवं सेवा प्रदान करना है। यह हैल्प डेस्क 24&7 संचालित की जाएगी।

प्रत्येक हैल्प डेस्क पर हर समय न्यूनतम दो कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। हैल्प डेस्क पर एक दूरभाष नंबर भी उपलब्ध करवाया जाएगा जिसका नंबर आमजन की सूचना हेतु प्रसारित भी किया जाएगा। कोविड-19 से संक्रमित मरीज अस्पताल में आते ही उसको हेल्प डेस्क पर नियुक्त व्यक्ति भर्ती करवाने आदि में आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। हैल्प डेस्क पर उपस्थित कार्मिक यह सुनिश्चित करेंगे कि अस्पताल में भर्ती एवं उपचार हेतु आने वाले मरीजों को कोई भी असुविधा ना हो एवं हैल्प डेस्क पर अस्पताल में खाली बैड, आईसीयू, ऑक्सीजन, सपोर्टेड वेंटिलेटर की सूचना एवं ऑक्सीजन-दवा स्टोर आदि की उपलब्धता की सूचना भी आमजन को उपलब्ध करवाई जावे।

अतिरिक्त जिला कलक्टर (चतुर्थ) अशोक कुमार ने कहा कि राजकीय निजी अस्पतालों में हैल्प डेस्क का समय-समय पर निरीक्षण भी किया जाएगा। इसके लिए आठ सदस्य निरीक्षण दल का गठन किया गया है जो कि समय-समय पर रोगियों के समुचित, उपचार राज्य सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क पर जांच एवं इलाज, साफ-सफाई, देखभाल एवं भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन की पालना के संबंध में आकस्मिक निरीक्षण कर समय-समय पर कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

गौरतलब है कि जयपुर जिला प्रशासन द्वारा जयपुर जिले में कोविड-19 के रोगियों एवं उनके परिजनों की कोविड के संबंध में सभी प्रकार की सहायता के लिए प्रताप नगर स्थित राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ सांइसेज (आरयूएचएस) अस्पताल में 14 सितम्बर से ही राउण्ड द क्लॉक हैल्प डेस्क स्थापित कर दी गई है। इस डेस्क के हैल्पनाइल नम्बर 0141-2792251 है। बैठक में उपखंड अधिकारी जयपुर (प्रथम) युगांतर शर्मा, उपखंड अधिकारी आमेर लक्ष्मीचंद कटारा सहित चिकित्सा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।