प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली

प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा
प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा
  • पिछली बैठक में दिए निर्देशों की पालना की रिपोर्ट ली

  • जिला आबकारी अधिकारी को चार्जशीट देने के निर्देश

झुंझुनूं। जिले के प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल की मौजूदगी में उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों से अपनी पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों पर की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली।

बैठक में मलसीसर में गल्र्स कॉलेज के पास बने शराब के ठेके को लेकर प्रभारी सचिव ने नाराजगी जाहिर करते हुए जिला आबकारी अधिकारी को चार्जशीट देने के निर्देश दिए। उन्होंने गलत जांच रिपोर्ट पेश करने वाले पुलिस व राजस्व अधिकारियों व कार्मिकों की मिलीभक्त की जांच करने के भी निर्देश दिए हैं। इसके अलावा डॉ समित शर्मा ने बैठक में विभागवार सकारात्मक और नकारात्मक दोनों मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए।

बैठक में प्रभारी सचिव ने अधिकारियों से कहा कि राज्य सरकार की मंशा अनुसार आमजन को बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाई जाएं। उन्होंने हीट वेव एवं मौसमी बीमारियों के लिए आवश्यक तैयारी की समीक्षा करते हुए पेयजल, बिजली की समस्याओं की त्वरित समाधान की बात कही। बैठक के दौरान उन्होंने आमजन की शिकायतों को भी सुना व अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए। बैठक में जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल, पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर राम रतन सौकरिया सहित बड़ी संख्या में जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

चिकित्सा विभाग-

डॉ. शर्मा ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मरीज को कतार में नहीं लगना पड़े, इसके लिए टोकन सिस्टम शुरू किया जाए। वहीं लेबर रूम में प्रसुताओं से बधाई के नाम पर पैसे मांगने के मामलों पर रोक लगाने के सख्त निर्देश दिए। चिकित्सकों द्वारा बार-बार मेडिकल लीव पर जाने के मामले पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए।

साथ ही निजी अस्पतालों में संचालित दवाई की दुकानों की भी जांच करवाने के निर्देश दिए। जिले के प्रभारी सचिव ने ग्रामीण इलाकों में सीएचसी व पीएचसी में संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। वहीं खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के द्वारा मिलावटखोरों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में राजकीय बीडीके अस्पताल में सोनोग्राफी के मुद्दे पर सोनोलाजिस्ट के डेपुटेशन के लिए विभाग को लिखने के निर्देश दिए।

धनखड़ हॉस्पिटल में महिला की गलत किडनी निकालने के मामले में उन्होंने सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी को रिपोर्ट पेश करने के निर्देश देते हुए कहा कि संबंधित चिकित्सक के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए। उन्होंने पीएमओ डॉ संदीप पचार को बीडीके अस्पताल में फेकू मशीन क्रय करने के निर्देश दिए, वहीं जाखोड़ा पीएचसी के नर्सिंग ऑफिसर पर की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई के बारे में जानकारी ली।

शिक्षा विभाग-

शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान प्रभारी सचिव ने निर्देश दिए कि स्कूलों में लाइब्रेरी व कंप्यूटर लैब को सुरक्षित किया जाए, वहीं स्मार्ट क्लासेज के द्वारा विद्यार्थियों को अधिकतम लाभ प्रदान किया जाए॥ अध्यापकों के आपसी झगड़ों व विवादों की मिलने वाली शिकायतों पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहा कि इन पर प्रभावी कार्यवाही की जाए एवं अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य करें।

स्थानीय निकाय-

बैठक में प्रभारी सचिव ने नगरीय निकाय के अधिकारियों को आवारा कुत्तों के बंध्याकरण के निर्देश दिए। साथ ही सड़कों पर अतिक्रमण हटाने एवं रास्तों पर जल भराव की समस्याओं का निस्तारण करने निर्देश दिए। उन्होंने नवलगढ़ में भरने वाले गंदे पानी की समस्या व बिसाऊ में विद्यालय के पास भरने वाले गंदे पानी के स्थाई समाधान के लिए शिक्षा विभाग के साथ प्रस्ताव तैयार कर प्रस्ताव 5 दिन में भेजने के निर्देश दिए।

इसके लिए उन्होंने बिसाऊ अधिशाषी अधिकारी व सीडीईओ को बाहर भेजकर आपसी समन्वय से समाधान खोजकर बताने को कहा, जिसके बाद दोनों अधिकारियों ने आपसी समन्वय से समाधान करने का विश्वास दिलाया। प्रभारी सचिव ने बैठक में पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को सड़क के निर्माण की गुणवत्ता की नियमित जांच करने, सभी सरकारी कार्यालय में ई-फाइलिंग के द्वारा पत्राचार करने के भी निर्देश दिए।

जल संरक्षण के निर्देश-

डॉ शर्मा ने बैठक में वर्षा जल संरक्षण का महत्व बताते हुए सभी राजकीय कार्यालयों में वर्षा जल संरक्षण एवं भूजल पुनर्भरण पर कार्य करने के निर्देश दिए। डॉ. शर्मा ने पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक देवेंद्र चौधरी को अलसीसर में बने मरोडिया तालाब में पानी की आवक सुनिश्चित करने व बरसात से पहले पेड़ पौधे लगाने के निर्देश दिए।

जलदाय विभाग के अधिकारियों को भी गर्मी में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने, अतिरिक्त टैंकरों से पानी की सप्लाई करने, खराब हैंडपंप को हटाने, पुराने व सुखे कुओं को जल संरक्षण के लिए उपयोग में लाने के निर्देश दिए। वहीं हरे पेड़ों के काटने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रभारी ने वन विभाग, पुलिस विभाग व परिवहन विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि इस प्रकार के मामलों में माफियाओं पर कठोर कार्रवाई की जाए।