राधा अष्टमी की पूजा में शामिल करें ये पांच चीजें, पूरी होगी हर मनोकामना

राधा-कृष्ण
राधा-कृष्ण

हिंदू धर्म में राधा-कृष्ण की जोड़ी को प्रेम का प्रतीक माना जाता है। उनके प्रेम की कहानियों का उल्लेख आज भी धार्मिक ग्रंथों में देखने को मिलता है। मान्यता है कि राधा-कृष्ण की जोड़ी की आराधना करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती हैं। लेकिन विशेष कृपा प्राप्ति के लिए भादों माह में उनकी पूजा करनी चाहिए। भादों माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जहां जन्माष्टमी मनाई जाती है, वहीं इसी माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर राधा अष्टमी होती है। इन दोनों तिथियों पर राधा-कृष्ण की पूजा का विधान है। इस दिन उपवास रखने से जातक को सुख, समृद्धि, धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

इस साल 11 सितंबर 2024 को राधा अष्टमी मनाई जाएगी। इस दिन प्रीति योग बन रहा है, जो रात 11 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। इस योग में राधा रानी की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है। ऐसे में पूजा को हमेशा संपूर्ण सामग्रियों से करना चाहिए। इसी कड़ी में आइए राधा अष्टमी की पूजा सामग्री के बारे में जान लेते हैं।

पूजन सामग्रियां

धूप-दीप, खीर, फल, मिठाई, इत्र, अक्षत, फूल, लाल चंदन, सिंदूर, रोली, पंचामृत, नए वस्त्र, फूलों की माला।