
मिजोरम की पांच बेटियों का राष्ट्रीय सेलेक्शन केंद्रों में चयन
नई दिल्ली। भारतीय महिला हॉकी के भविष्य की पहचान अब मिजोरम से भी होने लगी है। अस्मिता सब-जूनियर हॉकी लीग के समापन के बाद स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) ने 16 साल से कम उम्र की 15 प्रतिभाशाली लड़कियों को विभिन्न नेशनल सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस में प्रशिक्षण के लिए चुना है। इनमें से सबसे ज्यादा पांच खिलाड़ी मिजोरम से हैं।
चयनित खिलाड़ियों में हरियाणा से तीन, झारखंड और ओडिशा से दो-दो, जबकि आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश से एक-एक खिलाड़ी हैं। यह चयन 2024-25 के अस्मिता लीग के प्रदर्शन के आधार पर किया गया है। साई के हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर पियूष दुबे ने बताया कि ये खिलाड़ी 2026 और 2032 ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए चुनी गई हैं। उन्होंने कहा, “अस्मिता लीग ने बीते तीन-चार वर्षों में महिला हॉकी को एक नई दिशा दी है। सुनेलीता टोप्पो, सुजाता कुजूर और साक्षी राणा जैसी कई खिलाड़ी इसी लीग से निकलकर अब भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।”
साई शक्ति की हैट्रिक जीत, मिजोरम को गर्व
अस्मिता लीग के अंतिम चरण में 6 टीमों के 120 खिलाड़ी शामिल हुए और कुल 17 मुकाबले खेले गए। 15.5 लाख रुपये इनामी इस प्रतियोगिता का खिताब साई शक्ति ने लगातार तीसरी बार जीतते हुए मध्यप्रदेश हॉकी अकादमी को 2-1 से हराया। ओडिशा की नवल टाटा हाई परफॉर्मेंस सेंटर तीसरे और प्रीतम सिवाच हॉकी अकादमी चौथे स्थान पर रही।