इंदिरा रसोई योजना: 8 रुपये में मिलेगा पौष्टिक भोजन

Indira Rasoi Yojana
Indira Rasoi Yojana

सवाई माधोपुर जिले में 20 अगस्त से 7 स्थानों में संचालित होगी इंदिरा रसोई

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा ‘‘कोई भूखा ना सोये‘‘ के संकल्प के साथ आगामी 20 अगस्त से सवाईमाधोपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों के 213 नगरीय निकायों में 358 रसोईयों के माध्यम से इन्दिरा रसोई योजना शुरु की जा रही है। इस योजना का नाम देश की महान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी के नाम पर रखा गया है, जिनका पूरा जीवन गरीबों और वंचितों को समर्पित रहा है।

जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया ने बताया कि जिले में 7 स्थानों पर इंदिरा रसोई का संचालन होगा। जिला मुख्यालय पर बजरिया में नगरपरिषद के आश्रय स्थल, जिला अस्पताल में धर्मशाला के पास और खण्डार बस स्टैण्ड पर, गंगापुर सिटी में आश्रय स्थल कोली पाडा, रेलवे स्टेशन और सामुदायिक अम्बेकडर भवन, बामनवास में पुराने एसडीएम कोर्ट में इंन्दिरा रसोई का संचालन होगा।

इंदिरा रसोई योजना में 8 रुपये में शुद्ध, ताजा एवं पोष्टिक भोजन दिया जायेगा

इंन्दिरा रसोई योजना में 8 रुपये में शुद्ध, ताजा एवं पोष्टिक भोजन दिया जायेगा, जिसे सम्मानपूर्वक एक स्थान पर बैठकर भोजन करने की व्यवस्था की गई है। विकेन्दि्रत स्वरुप के अंतर्गत जिला स्तरीय समिति को आवश्यकतानुरुप स्थान, मैन्यू व भोजन समय के चयन की स्वतंत्राता है।

राज्य सरकार द्वारा 12 रुपये प्रति थाली अनुदान, योजना हेतु प्रतिवर्ष 100 करोड़ रुपये का प्रावधान है। प्रतिदिन 1.34 लाख व्यक्ति एवं प्रतिवर्ष 4.87 करोड़ लोगों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है तथा आवश्यकता के अनुरुप इसे और बढ़ाया जा सकता है। रियल टाइम ऑनलाईन मॉनिटरिंग एसएमएस गेटवे से लाभार्थी को सूचना एवं फीडबैक सुविधा है। इस योजना के अंतर्गत 213 नगरीय निकायों में 358 रसोईयों का संचालन होगा।

प्रत्येक रसोई संचालन हेतु एकमुश्त 5 लाख रुपये आधारभूत एवं 3 लाख रुपये प्रतिवर्ष आवर्ती व्यय का प्रावधान किया गया है। सहकारिता अधिनियम के तहत विधिक व संस्थागत स्वरुप रहेगा तथा कोरोना महामारी के बचाव हेतु रसोईयों पर आवश्यक प्रावधान किया गया है।

योजना में सेवाभावी स्थानीय संस्थाओं, स्वयंसेवी संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए सेवाभाव से रसोईयों का संचालन किया जायेगा। भोजन मेन्यू में मुख्य रुप से प्रति थाली 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 250 ग्राम चपाती एवं आचार सम्मिलित रहेगा। सामान्यतः दोपहर का भोजन प्रातः8.30 बजे से मध्यान्ह 1 बजे तक एवं रात्रिकालीन भोजन सायंकाल 5 बजे से 8 बजे तक उपलब्ध कराया जायेगा।

इंदिरा रसोई संचालन के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा संस्थाओं का चयन कर जिम्मेदारी सौंपी गई है। समय-समय पर जिला स्तरीय समिति द्वारा निरीक्षण व गुणवत्ता जांच की जायेगी।

इस योजना में व्यक्ति, संस्था, कॉरर्पोरेट, फर्म आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं। इस योजना में दान व सहयोग के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष अथवा रजिस्ट्रर्ड जिला स्तरीय इंन्दिरा रसोई के बैंक खाते में ही किया जा सकेगा। रसोई में आप अपने परिजनों की वर्षगांठ, जन्मदिवस या अन्य किसी उपलक्ष्य में दोपहर व रात्रि या दोनों समय का भोजन प्रायोजित कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा चलाई जा रही इस योजना का शुभारम्भ 20 अगस्त को किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के सपने को साकार करने के लिये नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग ने पूरी जिम्मेदारी ली है।