
नई दिल्ली । योग भारत की प्राचीन पद्धति है। इसे आज पूरी दुनिया अपनाकर स्वस्थ जीवन बिता रही है। 21 जून को विश्व भर में एक साथ अंतर्राष्ट्रीय य योग दिवस मनाया जाएगा। इसी क्रम में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने 45 मिनट की स्पेशन प्रेक्टिस क्रम तैयार किया गया है, जिसे कॉमन योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) कहा जाता है।
इस प्रोटोकॉल का उद्देश्य नागरिकों के जीवन को स्वस्थ बनाना है। इसमें गर्दन, कंधे, कमर और घुटनों के हल्के व्यायाम शामिल होते हैं। इससे शरीर के जोड़ मजबूत और लचीले बनते हैं। ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है जिससे शरीर को ऑक्सीजन की बेहतर आपूर्ति मिलती है और मस्तिष्क को शांति मिलती है।
यह विशेष रूप से वृद्ध, कमजोर और लंबे समय तक बैठकर कार्य करने वालों के लिए लाभकारी होता है। इसके अलावा इन आसन से फेफड़ों की क्षमता में वृद्धि, हृदय व ब्लड सर्कुलेशन सिस्टम में सुधार, डायजेस्टिव सिस्टम में सुधार आएगा।
योग से होते हैं यह फायदे
योग से गुस्सा, ईष्र्या और डर जैसी भावनाएं कम होती हैं और आत्मविश्वास बढ़ता है। यहां तक कि हार्ट अटैक का खतरा भी कम होता है। तनाव, चिंता, डिप्रेशन में कमी, मानसिक शांति, ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार और अनिद्रा में राहत और मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर में वृद्धि जैसे फायदे होंगे। ध्यान योग का गहरा और शांति प्रदान करने वाला अभ्यास है।
पूरे 45 मिनट का कार्यक्रम इस प्रकार है
1 मिनट-प्रारंभिक प्रार्थना, 6 मिनट-सूक्ष्म व्यायाम
25 मिनट- योगासन, 12 मिनट- प्राणायाम, ध्यान और संकल्प
1 मिनट – शांति मंत्र।