अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच टिकटॉक को लेकर एक अहम टेलीफोनिक बातचीत होने वाली है। ये बातचीत शुक्रवार को वॉशिंगटन के समयानुसार सुबह 9 बजे होनी तय है।
गौरतलब है कि यह वार्ता दोनों नेताओं के बीच इस साल जून के बाद पहली बातचीत होगी। ऐसे समय में जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक खींचतान बनी हुई है, इस डील को अहम माना जा रहा है।
ब्रिटेन में प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने साफ किया कि टिकटॉक को लेकर अमेरिका और चीन किसी समझौते के काफी करीब हैं। उन्होंने चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि “मुझे भी टिकटॉक पसंद है”। ट्रंप ने यहां तक कहा कि पिछले राष्ट्रपति चुनाव में टिकटॉक ने उनकी जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी, खासकर युवा वोटरों के बीच।
इससे पहले अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने जानकारी दी थी कि शुक्रवार को ट्रंप और शी जिनपिंग इस डील पर आखिरी मुहर लगाने के इरादे से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास इस समझौते को लेकर एक स्पष्ट योजना है।
टिकटॉक को लेकर यह डील अमेरिका और चीन दोनों के लिए एक बड़ा राजनीतिक और डिजिटल मोड़ साबित हो सकती है। अब सबकी निगाहें शुक्रवार की उस कॉल पर हैं जो शायद वैश्विक सोशल मीडिया के भविष्य को तय कर दे।
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टेलीफोन वार्ता की योजना:
- यह वार्ता शुक्रवार को वॉशिंगटन समयानुसार सुबह 9 बजे होगी।
- यह जून के बाद दोनों नेताओं की पहली बातचीत होगी।
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डोनाल्ड ट्रंप का रुख:
- ट्रंप ने स्वीकार किया कि उन्हें टिकटॉक पसंद है।
- उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव अभियान में टिकटॉक ने उन्हें युवा वोटरों के बीच बड़ी सफलता दिलाई।
- उन्होंने उम्मीद जताई कि शी जिनपिंग से बातचीत में समझौता फाइनल हो सकता है।
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टिकटॉक डील के पीछे का मकसद:
- अमेरिका का मकसद है कि टिकटॉक का डेटा अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित रहे।
- राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंताएं भी डील का एक बड़ा कारण हैं।
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अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट का बयान:
- उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास इस डील को लेकर स्पष्ट कार्ययोजना है।
- ट्रंप और जिनपिंग की बातचीत के बाद सौदे को अंतिम रूप दिया जा सकता है।