* गाजा शहर में इजराइल का तीव्र जमीनी हमला, हमास के ठिकाने तबाह
* तीन लाख से ज्यादा लोग बेघर, IDF का दावा: अभी लंबा संघर्ष बाकी
* यूरोपीय संघ और अमेरिका की प्रतिक्रिया से गरमाया राजनयिक मोर्चा
Israel Expands Ground Offensive in Gaza: नई दिल्ली। गाजा शहर में हालात दिन-ब-दिन भयावह होते जा रहे हैं। इजराइली सेना (IDF) ने मंगलवार रात गाजा में अपना जमीनी हमला और तेज कर दिया, जिससे पूरे शहर में धुएं और धमाकों की गूंज फैल गई। अब तक IDF की दो डिवीजन शहर में सक्रिय हैं, जबकि तीसरी डिवीजन के जल्द ही शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
इजरायली रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने स्थिति को “युद्ध की निर्णायक घड़ी” बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि हमास ने बंधकों को नहीं छोड़ा तो गाजा को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि हमास के नए सैन्य प्रमुख इज़्ज़ अल-दीन हद्दाद को भी उनके पूर्ववर्तियों की तरह खत्म कर दिया जाएगा।
आईडीएफ प्रवक्ता एफी डेफ्रिन ने बताया कि गाजा शहर पर पूर्ण नियंत्रण और बुनियादी ढांचे को नष्ट करने में कई महीने लग सकते हैं। उन्होंने कहा, “वायु, थल और खुफिया बल संयुक्त रूप से हमास के सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहे हैं।” मंगलवार रात से सुबह तक हुए हमलों में शिफा अस्पताल सहित कई इलाकों को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
गाजा के शिफा अस्पताल के निदेशक डॉ. मोहम्मद अबू सलमिया ने कहा, “हमने ऐसी भयावह रात पहले कभी नहीं देखी। बमबारी लगातार चलती रही और मलबे के नीचे अभी भी शव दबे हुए हैं।” अस्पताल के अनुसार, 10 घंटे के भीतर 39 नागरिकों की मौत हुई, जिनमें से 23 की जान शिफा अस्पताल में गई।
द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक करीब 3.7 लाख लोग गाजा शहर से पलायन कर चुके हैं, जबकि संयुक्त राष्ट्र का आंकड़ा पिछले एक महीने में .2 लाख पलायन का है। IDF का दावा है कि गाजा में अब भी लगभग 7 लाख लोग फंसे हुए हैं।
इस बीच यूरोपीय संघ और अमेरिका के बीच कूटनीतिक खींचतान भी तेज हो गई है। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन द्वारा इजराइल के साथ व्यापार संबंधी प्रावधानों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा गया है, जिस पर बुधवार को चर्चा होगी। इजराइल के विदेशमंत्री गिदोन सा’आर ने इस प्रस्ताव को “अनुपातहीन” और “राजनीतिक दबाव” करार दिया।
आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जमीर ने मंगलवार को गाजा शहर का दौरा किया और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कमांडरों से मुलाकात की। साथ ही 60,000 रिजर्व सैनिकों को युद्ध में शामिल होने के लिए बुलाया गया है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।
प्रदर्शनकारियों का भी गुस्सा भड़क उठा है। ‘बंधक और लापता परिवार फोरम’ के अनुसार, प्रधानमंत्री नेतन्याहू के आवास के बाहर बंधक परिवारों ने धरना शुरू कर दिया है। इन परिवारों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से हस्तक्षेप की अपील की है ताकि कोई ठोस समझौता हो सके और युद्ध समाप्त किया जा सके। तेल अवीव से लेकर गाजा तक धमाकों की आवाजें गूंज रही हैं। चश्मदीदों के अनुसार, कुछ विस्फोट इतने शक्तिशाली थे कि उनकी आवाज 70 किलोमीटर दूर तक सुनी गई। गाजा अब सिर्फ युद्ध का मैदान नहीं, बल्कि मानव त्रासदी का केन्द्र बन गया है।