- कतर शिखर सम्मेलन में हमले पर भड़के अरब देश
- इजराइल चेतावनी: हमास नेताओं को हर जगह निशाना बनाएंगे
- खाड़ी देशों में तनाव, अमेरिका ने दी सख्त प्रतिक्रिया
Qatar Summit: दोहा/यरुशलम। कतर में हो रहे आपातकालीन शिखर सम्मेलन के बीच इजराइल ने कड़ा संदेश दिया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया कि हमास नेताओं को “जहां भी वे होंगे” वहां निशाना बनाया जाएगा।
दरअसल, 9 सितंबर को दोहा में इजराइल ने हमास नेताओं को निशाना बनाकर बड़ा हमला किया था। इस कार्रवाई ने खाड़ी क्षेत्र में तनाव को और गहरा कर दिया। हमले में हमास के पांच सदस्य मारे गए, हालांकि शीर्ष नेतृत्व सुरक्षित बच गया। कतर की आंतरिक सुरक्षा बल का एक जवान भी इस हमले में मारा गया।
दोहा सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने इस हमले को “कायराना और विश्वासघाती” बताया। उन्होंने कहा कि जिस समय हमला हुआ, उस वक्त हमास नेता कतर और मिस्र के साथ मिलकर अमेरिका के युद्धविराम प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे थे।
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इस घटनाक्रम ने 2020 में इजराइल के साथ संबंध सामान्य करने वाले संयुक्त अरब अमीरात सहित कई खाड़ी देशों के रिश्तों में खटास पैदा कर दी है। कतर का कहना है कि यह हमला उसकी संप्रभुता पर सीधा वार है।
यरुशलम में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ प्रेस वार्ता में नेतन्याहू ने कहा कि इस हमले के नतीजों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। वहीं रुबियो ने कतर को गाजा संकट हल करने में “रचनात्मक भूमिका” निभाने की सलाह दी, जिसमें गाजा में बंधक बने 48 लोगों की रिहाई और हमास का निरस्त्रीकरण अहम मुद्दे हैं।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल को चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि “उन्हें हमास पर कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन बहुत सावधानी से। कतर अमेरिका का बेहतरीन सहयोगी रहा है।