🔹 जयशंकर की अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से पहली सीधी बातचीत
🔹 यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों के साथ यूक्रेन, गाज़ा और ऊर्जा संकट पर चर्चा
🔹 UNGA के 80वें सत्र से पहले भारत ने मजबूत किया कूटनीतिक संवाद
Jaishankar Meets US & EU Leaders: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने न्यूयॉर्क में अपने कूटनीतिक मिशन की शुरुआत सोमवार को महत्वपूर्ण बैठकों के साथ की। उन्होंने सबसे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से लोटे न्यूयॉर्क पैलेस होटल में मुलाकात की। यह बैठक इसलिए भी खास रही क्योंकि यह दोनों नेताओं की पहली आमने-सामने मुलाकात थी, खासतौर पर अमेरिका द्वारा भारत पर टैरिफ बढ़ाने के फैसले के बाद।
जयशंकर ने इस मुलाकात की तस्वीरें और संक्षिप्त जानकारी अपने X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर साझा की। उन्होंने लिखा, “आज सुबह न्यूयॉर्क में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मिलकर खुशी हुई। हमारी बातचीत में वर्तमान चिंता के कई द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई। प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में प्रगति के लिए निरंतर सहयोग की सहमति बनी।”
इसके अलावा जयशंकर ने यूरोपीय संघ (EU) के विदेश मंत्रियों के साथ भी एक अनौपचारिक बैठक की। इस बैठक की मेज़बानी EU की विदेश नीति प्रमुख काजा कल्लास ने की। जयशंकर ने कहा कि यह अवसर “बहुपक्षवाद, भारत-यूरोपीय साझेदारी, यूक्रेन युद्ध, गाज़ा संकट, ऊर्जा संकट और व्यापार” जैसे विषयों पर खुले और स्पष्ट संवाद के लिए अहम रहा।
इन मुलाकातों का बड़ा कूटनीतिक महत्व है क्योंकि यह सब कुछ UNGA के 80वें उच्चस्तरीय सत्र से ठीक पहले हो रहा है, जहाँ दुनिया के प्रमुख नेता वैश्विक मामलों पर चर्चा के लिए एकत्र हो रहे हैं। जयशंकर 27 सितंबर को महासभा में भारत का पक्ष रखेंगे।
भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड टेंशन भी इस वक्त एक बड़ा मुद्दा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के बाद भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाए गए, जिससे कुल अमेरिकी टैरिफ 50% तक पहुंच गया। ऐसे में इस तरह की सीधी बातचीत दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल मानी जा रही है।