- गाजा में एक रात में 20 हजार लोगों ने छोड़ा घर, चारों तरफ अफरा-तफरी
- इजरायल की जमीनी कार्रवाई की चेतावनी से और गहराया संकट
- 50 मुस्लिम देश दोहा में जुटे, गाजा संकट पर रणनीति तैयार
Mass Exodus from Gaza : गाजा में बीती रात एक भयावह मंजर देखने को मिला, जहां हजारों लोग रातोंरात अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो गए। कोई पैदल, कोई कार में, तो कोई सामान सिर पर लादकर सुरक्षित ठिकानों की ओर भागता दिखा। इजरायल की चेतावनी ने हर दिल में खौफ भर दिया है।
वहीं, इस संकट के बीच कतर की राजधानी दोहा में 50 मुस्लिम देशों के नेता एक मंच पर जुटे हैं। बैठक में गाजा संकट पर चर्चा के साथ-साथ इजरायल के खिलाफ संयुक्त प्रस्ताव लाने की कोशिश हो रही है। मुस्लिम देशों की एकता दिखाने की भी रणनीति बन रही है।
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इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने साफ कहा है कि वह गाजा में एक-एक आतंकवादी को खत्म करेंगे और कोई दबाव उन्हें रोक नहीं सकता। बीते सप्ताह उन्होंने गाजा के लोगों को चेताया था कि वे वहां से निकल जाएं, और अब उसका असर साफ दिख रहा है।
अब तक गाजा में 28 लोगों की मौत की खबर है और हालात हर घंटे बिगड़ते जा रहे हैं। लोगों में इतना डर है कि अब वे गाजा के दक्षिणी हिस्से को भी सुरक्षित नहीं मानते, जबकि इजरायल ने वहीं शरण लेने की सलाह दी थी।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो भी इस समय इजरायल में हैं और उन्होंने नेतन्याहू से लंबी बैठक की है। अमेरिका की मौजूदगी से हालात में कूटनीतिक मोड़ आने की उम्मीद थी, लेकिन ज़मीनी हालात कह रहे हैं कि संकट फिलहाल टलने वाला नहीं।
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इजरायल ने वेस्ट बैंक में भी हमले तेज कर दिए हैं — नाबलुस, तुबास और उत्तरी हिस्सों में लगातार कार्रवाई जारी है। अब यह साफ हो गया है कि केवल गाजा ही नहीं, बल्कि पूरा क्षेत्र किसी बड़े टकराव की ओर बढ़ रहा है।
गाजा में करीब 10 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं, जिनमें से लाखों पहले ही पलायन कर चुके हैं। अब हालात इस मोड़ पर हैं कि आम लोग अपने ही घर में सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे।