- ईरान का यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम अमेरिका के निशाने पर
- आईएईए रिपोर्ट में संवर्धित यूरेनियम का खुलासा
- यूरोपीय देशों ने पाबंदियां फिर से लागू करने की प्रक्रिया शुरू की
वियना में आयोजित आईएईए (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) के वार्षिक सम्मेलन में अमेरिका ने ईरान को कड़ा संदेश दिया। अमेरिकी ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट ने कहा कि ईरान का यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम पूरी तरह समाप्त होना चाहिए क्योंकि यह दुनिया की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन रहा है।
आईएईए की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने अब तक करीब 440.9 किलोग्राम यूरेनियम 60% तक संवर्धित किया है। यह स्तर भले ही हथियार-ग्रेड 90% से थोड़ा कम है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसे और संवर्धित कर 10 परमाणु बम बनाए जा सकते हैं।
अमेरिका और इजराइल ने हाल के महीनों में ईरान के कई संवर्धन संयंत्रों पर हमले किए थे, हालांकि उसके मौजूदा भंडार की स्थिति स्पष्ट नहीं है। क्रिस राइट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी कहा कि यदि ईरान हथियारों की राह छोड़ता है तो उसे आर्थिक लाभ, व्यापारिक अवसर और प्रतिबंधों से राहत मिल सकती है।
यह भी पढ़ें: मोदी का बड़ा वार: कांग्रेस-आरजेडी को देश नहीं, सिर्फ परिवार से लगाव
ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी (E3) ने भी ईरान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए 2015 के परमाणु समझौते के तहत हटाई गई पाबंदियां दोबारा लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि, यूरोपीय देशों ने संकेत दिया है कि यदि ईरान आईएईए को पूर्ण निरीक्षण की अनुमति देता है और अमेरिका से सीधी बातचीत करता है, तो वे इस प्रक्रिया को रोक सकते हैं।
ईरान का कहना है कि उसे परमाणु अप्रसार संधि (NPT) के तहत शांतिपूर्ण ऊर्जा जरूरतों के लिए संवर्धन का अधिकार है और उसका हथियार बनाने का कोई इरादा नहीं है। वहीं, इजराइल पर लंबे समय से यह आरोप है कि उसके पास मध्य पूर्व का एकमात्र परमाणु हथियार भंडार मौजूद है, जबकि वह एनपीटी का सदस्य भी नहीं है।