- अमेरिका में एच-1बी वीजा नए नियम आज से लागू, नए आवेदन पर 1 लाख डॉलर शुल्क
- व्हाइट हाउस बोला: मौजूदा वीजा धारकों और नवीनीकरण पर असर नहीं
- भारतीय पेशेवरों में चिंता, हर साल सबसे ज्यादा वीजा भारतीयों को मिलता है
US Implements New H-1B Visa Rules: वॉशिंगटन से आई बड़ी खबर के मुताबिक, अमेरिका में एच-1बी वीजा के नए नियम रविवार से लागू हो गए। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को इस संबंध में कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। नए नियमों के तहत अब हर नए आवेदन पर 1 लाख डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) का शुल्क लिया जाएगा।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलाइन लेविट ने साफ किया कि यह शुल्क केवल नए आवेदन पर लगेगा, यह वार्षिक नहीं होगा। मौजूदा एच-1बी वीजा धारकों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा और नवीनीकरण कराने वालों को भी यह शुल्क नहीं देना होगा।
इसके अलावा, जो लोग पहले से एच-1बी वीजा पर हैं और विदेश यात्रा के बाद अमेरिका लौटते हैं, उन्हें दोबारा यह शुल्क नहीं देना होगा। नए प्रावधान आगामी एच-1बी लॉटरी चक्र से लागू होंगे।
भारतीय दूतावास ने इस फैसले से प्रभावित हो सकने वाले भारतीय पेशेवरों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है: +1-202-550-9931 (कॉल व व्हाट्सएप)। दूतावास ने स्पष्ट किया कि यह नंबर केवल आपातकालीन सहायता के लिए है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि यह फैसला भारतीय पेशेवरों के लिए सबसे बड़ा झटका है। अमेरिका हर साल लगभग 85,000 नए एच-1बी वीजा जारी करता है, जिनमें से सबसे ज्यादा वीजा भारतीयों को मिलते हैं। 2023 में 1,91,000 भारतीयों ने वीजा लिया था, जबकि 2024 में यह आंकड़ा 2,07,000 तक पहुंच गया। ये पेशेवर आईटी, हेल्थकेयर, आर्किटेक्चर और रिसर्च जैसे क्षेत्रों में काम करते हैं।
पहले औसतन 5 लाख रुपये शुल्क लगने वाले इस वीजा को तीन साल के लिए जारी किया जाता था और उतनी ही अवधि के लिए नवीनीकरण किया जा सकता था। अब नए नियमों के तहत छह साल की अवधि में इसका खर्च 5.28 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा।
अमेरिकी कंपनियों ने भी कर्मचारियों को 20 सितंबर तक अमेरिका लौटने की सलाह दी थी, जिससे असमंजस और बढ़ गया। ट्रंप सरकार का कहना है कि यह कदम अमेरिकी नौकरी बाजार और स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।