श्रीसंत पर आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में लगा 7 साल का बैन आज खत्म

कहा- मैं हर तरह के आरोपों से मुक्त, खेलने का मौका मिला तो हर गेंद पर बेस्ट देने की कोशिश करूंगा

नई दिल्ली। तेज गेंदबाज एस श्रीसंत पर आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में लगा 7 साल का बैन आज खत्म हो गया। वे सोमवार से क्रिकेट खेलने के लिए आजाद हैं। उन्होंने कहा कि मैं अब हर तरह के आरोपों से मुक्त हो चुका हूं और अब दोबारा खेल सकता हूं। अब मैदान पर जब भी मौका मिलेगा, तो हर गेंद पर बेस्ट देने की कोशिश करूंगा, फिर चाहें प्रैक्टिस ही क्यों न कर रहा हूं।

37 साल के इस गेंदबाज ने कहा मेरे पास क्रिकेट खेलने के लिए 5 से 7 साल का और वक्त बचा है और मैं जिस भी टीम से खेलूंगा उसे अपना 100 फीसदी देने की कोशिश करूंगा। श्रीसंत अगर अपनी फिटनेस साबित करते हैं, तो अगले घरेलू सीजन में केरल की तरफ से खेलते नजर आ सकते हैं।

घरेलू सीजन टलने से श्रीसंत की वापसी में देरी हो सकती है

उन्हें केरल क्रिकेट एसोसिएशन ने भी मौका देने का भरोसा दिया है। हालांकि, कोरोना के कारण इस साल घरेलू क्रिकेट सीजन को टाल दिया गया। ऐसे में उनकी वापसी में देरी हो सकती है। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी सभी स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन को चिठ्ठी लिखकर कहा है कि हालात ठीक होने पर ही डोमेस्टिक क्रिकेट शुरू होगा।

2015 में स्पेशल कोर्ट ने उन्हें बरी किया था

7 साल पहले दिल्ली पुलिस ने मैच फिक्सिंग के आरोप में श्रीसंत और राजस्थान रॉयल्स के दो साथी खिलाडिय़ों अजीत चंडिला और अंकित छवन को गिरफ्तार किया था। इसके बाद बीसीसीआई ने तीनों खिलाडिय़ों को बैन कर दिया था। हालांकि, इसके खिलाफ श्रीसंत ने लंबी लड़ाई और 2015 में स्पेशल कोर्ट ने उन्हें आरोपों से बरी कर दिया।

2 साल पहले हाई कोर्ट ने उन पर लगे आजीवन प्रतिबंध को खत्म किया था

इसके बाद 2018 में केरल हाई कोर्ट ने उन पर लगे आजीवन प्रतिबंध को खत्म किया था। लेकिन 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने उनके अपराध को बरकरार रखा। मगर बीसीसीआई को श्रीसंत की सजा कम करने को कहा। बाद में बोर्ड ने उन पर लगे आजीवन प्रतिबंध को घटाकर 7 साल कर दिया था, जिसकी मियाद रविवार को पूरी हुई।

श्रीसंत ने 27 टेस्ट में 87 विकेट लिए थे

श्रीसंत ने बैन से पहले 27 टेस्ट में 87 और वनडे में 75 विकेट लिए थे। वह 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे वल्र्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया के सदस्य थे। बैन के दौरान उन्होंने एक्टिंग और राजनीति दोनों में हाथ आजमाया था। पिछले विधानसभा चुनाव में वह तिरुवनंतपुरम से भाजपा के उम्मीदवार थे और उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी वी. एस शिवकुमार ने हरा दिया था।