राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर राष्ट्र स्तरीय वेबीनार, देश भर में निकलेगी ‘जागो ग्राहक भारत यात्रा’

सभी 28 राज्यों और 8 केन्द्रशासित प्रदेशों में सीसीआई जगाएगी अलख

जयपुर। देश भर के उपभोक्ता संगठनों के सहयोग से राजस्थान सहित सभी 28 राज्यों और 8 केन्द्रशासित प्रदेशों में उपभोक्ता संरक्षण को गति देने के लिए कंज्यूमर कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडिया सीसीआई की ओर से ‘जागो ग्राहक भारत यात्रा’ निकाली जाएगी। यह एलान राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के मौके पर 24 दिसंबर को सीसीआई की ओर से आयोजित राष्ट्रीय वेबीनार में किया गया
भारत यात्रा के दौरान खाद्य पदार्थों में मिलावट, नकली एवं मिसब्राण्डेड प्रॉडक्ट्स, नापतोल की गड़बड़ी, उपभोक्ता संरक्षण कानून की प्रभावी क्रियान्विति, ई-कॉमर्स में हो रही गड़बड़ी, डाटा प्रोटेक्शन, मेडिकल नेग्लिजेंसी, भ्रामक विज्ञापन और बीमा एवं बैंक के क्षेत्र में हो रही गड़बडिय़ों को लेकर विशेष जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा। यात्रा दिल्ली से प्रारंभ होकर दिल्ली पर ही समाप्त होगी।

इस राष्ट्र स्तरीय वेबीनार में भारत में उपभोक्ता संरक्षण से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई और उपभोक्ता आंदोलन की भावी रूपरेखा तय की गई। वेबीनार का उद्घाटन भारतीय उपभोक्ता परिसंघ कंज्यूमर्स कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ‘सीसीआई’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनन्त शर्मा ने किया और इसकी अध्यक्षता सेंट्रल काउंसिल ऑफ वीसीए एंड पीसीए नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार ने की। वेबीनार में देश भर के प्रमुख उपभोक्ता संगठनों के पदाधिकारी शामिल हुए।

वक्ताओं ने उपभोक्ता संरक्षण कानून 2019 को प्रभावी बनाए जाने के लिए विभिन्न सुझाव दिए और देश में उपभोक्ता जागरूकता की कमी को उपभोक्ता के शोषण का मुख्य कारण बताया। प्रारंभ में विषय प्रवर्तन करते हुए सीसीआई के उपाध्यक्ष उत्तरप्रदेश के के.एस. परमार ने देश भर में उपभोक्ता संरक्षण के लिए उठाए जा रहे कदमों और चलाए जा रहे कार्यक्रमों के संबंध में संक्षिप्त प्रतिवेदन पेश किया।

सीसीआई के राष्ट्रीय सचिव वी.पी. हलचल ने उपभोक्ता आयोगों के सामने आ रही परेशानियों से अवगत कराया। सीसीआई की राज्य शाखा के अध्यक्ष मुकेश वैष्णव ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

वेबीनार में राष्ट्रीय महासचिव महाराष्ट्र के देवेन्द्र तिवाड़ी, गुजरात की डॉ. प्रतीक्षा त्रिवेदी, तेलंगाना की मायावार राजेश्वर, महाराष्ट्र के मोहन सिरोया, झारखण्ड के राकेश कुमार सिंह, राजस्थान की सुमन सिंह, उड़ीसा के ऋषिकेश पांडा, कर्नाटक के शीतल कुमार जैन, शबाना, दिशा चौधरी, डॉ. रामबहादुर कुलश्रेष्ठ, देवेन्द्र मोहन माथुर सहित अनेक वक्ता उपस्थित थे।

कोविड के दौरान उपभोक्ताओं के शोषण में बढ़ोतरी का खुलासा करते हुए चिकित्सा के क्षेत्र में उपभोक्ताओं के शोषण पर भी वक्ताओं ने विभिन्न सवाल उठाए और इसके प्रभावी नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाने की जरुरत बताई। हाल ही ग्वालियर में सामने आए नकली प्लाज्मा का मामला भी गंभीरता से उठाया गया और अपराधियों को कड़े से कड़ा दण्ड देने की मांग की गई।