
जगह-जगह जाम, सीकर रोड पर पानी में डूबने से तीन बच्चों की मौत, सीएम ने की आर्थिक सहायता की घोषणा
जलतेदीप, जयपुर। राजस्थान में मानसून दोबारा सक्रिय हो गया है। प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश होने से हालात बिगड़ गए हैं। जयपुर शहर में बुधवार देर रात हुई बारिश से सड़कें दरिया बन गई। प्रदेश के निचले इलाकों के घरों में पानी घुस गया। करौली, अजमेर, अलवर, भरतपुर, दौसा, सीकर, सवाई माधोपुर, टोंक, नागौर, हनुमानगढ़ और चूरू में भी मेघ जमकर बरसे। इसके चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आम जनता को परेशानी नहीं हो इसे किलए तुरंत कदम उठाए जाएं।
पानी में फंसे वाहन, लगा जाम
राजधानी जयपुर में बुधवार देर रात से लगातार बरसात होने से सड़कें दरिया बन गई। कई जगह पानी भरने से वाहन फंस गए। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। विश्वकर्मा इलाके स्थित एक घर के बेसमेंट में पानी भर गया है। यहां तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई। करीब दस फीट पानी के बीच से रेस्क्यू कर परिवार को सुरक्षित निकालने के प्रयास सवेरे आठ बजे तक जारी रहे। बगरू (छीपा मोहल्ला) के नाले में एक 12 साल का लड़का बह गया। मैन होल खुला पड़ा था। जलभराव के कारण वह देख नहीं पाया और मेन होल में गिर गया।
जयपुर में सुबह आठ बजे तक सात इंच बारिश
मौसम विभाग ने जयपुर में सुबह आठ बजे तक सात इंच बारिश मापी है। सांगानेर एयरपोर्ट पर 133 मिमी (5.32 इंच) बारिश हुई। मानसून में अभी तक सबसे अधिक बारिश हुई है। रात एक बजे बाद बारिश का दौर शुरू हुआ, जो सुबह सात बजे जारी रहा।
जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल में भी पानी भरा
करीब सात घंटे से राजधानी में हो रही बरसात से द्रव्यवती नदी में उफान आ गया है। शहर के कई हिस्सों में दो-तीन फीट तक पानी जमा है। कई कॉलोनियां डूब गईं हैं और बाजारों में भी हाल-बेहाल है। जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल में भी पानी भर गया है। चूरू में रातभर हुई बारिश के कारण एक हवेली ढह गई। चूरू ब्लॉक में जिला कलेक्टर ने स्कूलों की छुट्टी कर दी है। कोटा में भी तेज बरसात के कारण एक बस पलट गई। हादसे में चार लोग घायल हुए हैं।
पांचना बांध क्षेत्र में 181 एमएम बारिश
करौली जिला मुख्यालय सहित क्षेत्र में बुधवार देर रात तक हुई भारी बारिश ने जिला मुख्यालय पर हालात खराब कर दिए। निचले इलाकों में पानी भरने से घरों में पानी घुस गया। इसके चलते लोगों की मुश्किल बढ़ गई। इस दौरान करौली जिला मुख्यालय पर 157 एमएम यानि छह इंच बारिश हुई, जबकि जिले के सबसे बड़े पांचना बांध क्षेत्र में 181 एमएम यानि सात इंच से अधिक बारिश मापी गई।
मृतकों परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर के सीकर रोड स्थित विश्वकर्मा में पानी में डूबने से तान बच्चों की मौत पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए आपदा राहत कोष और एक-एक लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष से देने को मंजूरी दी।
कहां कितनी बारिश
निवाई-144
पीपलू-95
मालपुरा-85
नागौर के नावां-70
अलवर के बहादुरगढ़-125
रामगढ़ -54
बानसूर-79
सवाई माधोपुर के खंडार-115
बौंली-145
मलारना डूंगर-86
हनुमानगढ़ के भादरा-82
करौली के बालघाट-136
नादौती-114
चूरू-120
रतनगढ़-110
तारानगर-131
महुवा-108
भांडारेज-82
बेजुपाड़ा-89
कामां-89
डीग-53
अटरू-78
जयपुर के फागी-127 (बारिश मिमी में)
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