
जयपुर हेरिटेज नगर निगम के पहले बजट बैठक में जैसी उम्मीद की जा रही थी, वैसा ही हुआ है। जमकर हंगामा हो गया जिसके चलते उसे स्थगित करना पड़ा। इससे पहले महापौर मुनेश गुर्जर ने सभा में 783.6 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। इस पर भाजपा पार्षद भड़के तो कांग्रेस के पार्षद बचाव में उतर आए।
दोनों पक्षों के गलियारे में आने से धक्का मुक्की की नौबत आई। हंगामा होते देख मेयर कुछ देर के लिए सभाकक्ष से बाहर चली गईं। वापस आईं तो भी यही स्थिति थी। इस पर महापौर गुर्जर ने हंगामे के बीच ही बजट पास होने की घोषणा कर दी और तुरंत बैठक को स्थगित कर दिया।
इससे पहले बहस शुरू होते ही विरोधी पार्षदों ने टेबल पर चढ़कर विरोध जताया, नारे लगाए। धक्कामुक्की के बीच ही टांगाटौली करने की नौबत आ गई। वादविवाद के बीच ही बजट पास हो गया, सार्थक चर्चा नहीं हो सकी।

असल में नगर निगम हैरिटेज का यह पहला बोर्ड है। इससे पहले जयपुर नगर निगम केवल एक ही हुआ करता था। पहले बोर्ड का पहला बजट ही महापौर मुनेश गुर्जर ने पेश किया। उन्होंने अपने बजट भाषण में पूर्व के निगम की 100 करोड़ रुपए की देनदारी का जिक्र किया।
बजट भाषण पूरा होते ही भाजपा पार्षद कुसुम यादव ने कहा- जब पहला ही बोर्ड है और बजट भी पहला ही है तो पुरानी देनदारी कहां से आ गई। इस पर कांग्रेसी पार्षद खड़े होकर हंगामा करने लगे। भाजपा पार्षद भी खड़़े हो गए और सभी समूह बनाकर वेल में आ गए।
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