
जयपुर। जयपुर के अजमेर रोड पर 20 दिसंबर को हुए भीषण हादसे ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। एक LPG टैंकर और ट्रक की टक्कर ने ऐसी भयावह आग लगाई कि देखते ही देखते 12 से अधिक लोगों की जिंदगी खत्म हो गई। इनमें से 4 लोग तो मौके पर ही जिंदा जल गए। सवाई मानसिंह और जयपुरिया अस्पताल में इलाज के दौरान 9 और लोगों ने दम तोड़ दिया।
एफएसएल टीम ने अब तक 2 शवों की पहचान कर ली है। इनमें से एक रिटायर्ड IAS अधिकारी करणी सिंह राठौड़ और दूसरा उत्तर प्रदेश के रहने वाले संजय का है। लेकिन अब भी 2 शव ऐसे हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पाई है। दर्दनाक यह है कि इन शवों के लिए अब तक कोई दावेदार सामने नहीं आया है।
घायलों की स्थिति गंभीर, 7 वेंटिलेटर पर : इस हादसे में झुलसे 27 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से 7 की हालत बेहद गंभीर है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टर्स का कहना है कि इनमें से कई 75 फीसदी तक जल चुके हैं, और उनकी जिंदगी बचाना एक बड़ी चुनौती है।
एनएचएआई और जांच टीम सक्रिय : NHAI और अन्य पांच जांच टीमें घटनास्थल का लगातार जायजा ले रही हैं। उनका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। आज टीमें कट और सड़क की संरचना को लेकर अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगी।
कैसे हुआ हादसा? : 20 दिसंबर की सुबह 5:44 बजे भारत पेट्रोलियम का टैंकर अजमेर से जयपुर की तरफ आ रहा था। भांकरोटा के पास दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने टैंकर ने यू-टर्न लिया। इसी दौरान जयपुर से अजमेर जा रहे एक ट्रक से उसकी जोरदार टक्कर हो गई। LPG टैंकर में आग लग गई और यह आग पास के वाहनों और राहगीरों तक फैल गई।