जेजेएस में वीकेंड पर उमड़े ज्वैलर्स व ज्वैलरी लवर्स, स्थानीय जौहरियों के साथ—साथ बड़ी संख्या में शामिल हुए अंतराष्ट्रीय ज्वैलर्स

Jewelers and jewelery lovers gathered in JJS over the weekend, along with local jewelers, a large number of international jewelers participated.
Jewelers and jewelery lovers gathered in JJS over the weekend, along with local jewelers, a large number of international jewelers participated.

विजिटर्स के बीच आकर्षण का केंद्र बना जेजेडीएफ, जेईसीसी में 23 दिसंबर तक चलेगा आभूषणों का महाकुंभ

जयपुर। देश की प्रमुख बी2बी और बी2सी एग्जीबिशन जयपुर ज्वैलरी शो (जेजेएस) के दूसरे दिन शनिवार को जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में आभूषण प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ी, जिसमें देश के प्रमुख रिटेलर्स शामिल हुए। जेजेएस समिति द्वारा विशेष रुप से आमंत्रित किए गए इन रिटेलर्स ने जयपुर की कुंदन-मीना, लाईट-वेट और कलर स्टोन ज्वैलरी में गहरी दिलचस्पी दिखाई। जयपुर के जौहरियों के साथ—साथ बड़ी संख्या में अंतराष्ट्रीय ज्वैलर्स ने भी जेजेएस में शिरकत की, जिन्होंने पिछले एक वर्ष में जयपुर के बाजार में आए प्रोफेशनल बदलाव को सराहा। जेजेएस के चेयरमेन विमल चंद सुराणा ने बताया कि इस बार के जेजेएस में रशियन और थाइलैंड के डेलिगेशन ने भी विजिट की और जेजेएस आयोजन समिति के साथ मीटिंग कर जैम्स व ज्वैलरी इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के बारे में विस्तृत चर्चा की।

शो में महिलाओं व युवतियों ने ज्वैलरी पहनकर देखी और दोबारा आने का मन बनाया। जयपुरवासियों के साथ-साथ शहर आने वाले घरेलू व अंतराष्ट्रीय पर्यटक भी शो में रत्न आभूषणों की विविधता से मंत्रमुग्ध हो गए। आगंतुक स्टॉल ऑनर्स से जुड़े और विभिन्न आभूषणों की दुनिया के बारे में जानकारी प्राप्त की।हर वर्ष जेजेएस में आयोजित किया जाने वाला जयपुर ज्वैलरी डिजाइन फेस्टिवल (जेजेडीएफ) अब जेजेएस की एक खास विशेषता बन चुका है। इसके बारे में जेजेएस के मानद सचिव, राजीव जैन ने बताया कि जेजेएस में हमारा उद्देश्य ज्वैलरी डिजाइनरों और आर्टिजंस को प्रोत्साहित करना और बढ़ावा देना रहा है। जिसे आम ग्राहक देख सकें एवं कारीगरों के हुनर को समझ सकें। इसी उद्देश्य के तहत जेजेएस इस वर्ष सातवीं बार जयपुर ज्वैलरी डिजाइन फेस्टिवल (जेजेडीएफ) की मेजबानी कर रहा है। ‘ट्रेडिशन मीट्स इनोवेशन..रूबी रिडिफाइंड’ थीम पर आयोजित इस फेस्टिवल में रूबी पर फोकस के साथ पांरपरिक डिजाइनों को नवीनतम दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया जा रहा है।

जेजेडीएफ में कई प्रमुख डिजाइन संस्थानों से युवा डिजाइनर्स भी हिस्सा ले रहे हैं। लगभग 500 वर्ग फीट क्षेत्र में फैले इस फेस्टिवल में उभरते हुए डिजाइनर, आर्टिजंस व शिल्पकार अपनी रचनाओं का प्रदर्शन कर रहे हैं। फेस्टिवल में आर्टिजन्स का पवैलियन मुख्य आकर्षणा बन चुका है, जहां आर्टिजन्स द्वारा विशेष थेवा ज्वैलरी, कुंदन मीना और रत्न नक्काशी जैसे हस्तशिल्प के स्टॉल्स लगाए गए हैं। इसके साथ ही, लाइव डेमोस्ट्रेशन के जरिए विजिटर्स को इन पारंपरिक कला रूपों को करीब से देखने और समझने का अवसर मिल रहा है।

जेजेएस के नवल अग्रवाल ने बताया कि जेजेडीफ के अंतर्गत ‘अनकट- अनफिल्टर्ड डायलॉग’ नाम से विभिन्न ज्ञानवर्धक सत्रों का भी आयोजन किया गया, जिसमें इंडस्ट्री के विशेषज्ञों की दिलचस्प वार्ताएं शामिल रही। पहला सत्र, ‘अनवीलिंग द वर्ल्ड ऑफ रूबीज’, विषय पर जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ अमेरिका (जीआईए) के सीनियर मैनेजर ऑफ इंस्ट्रक्शन अर्जुन पंसारी द्वारा आयोजित किया गया। उन्होंने रूबी के विभिन्न पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी, जिनमें क्वालिटी फैक्टर्स, कलर, क्लैरिटी, आईडेंटिटी फैक्टर्स, सर्टिफिकेशन, रूबी की नकल, सिंथेटिक्स आदि शामिल थे।

‘फाइंडिंग योर वे: अ कैंडिड चैट विद नवरत्न कोठारी ऑन सक्सेस एंड स्टेइंग ट्रू’ विषय पर आयोजित सैशन में केजीके ग्रुप के चेयरमैन नवरतन कोठारी ने विषय पर बात की। जेजेएस के मानद सचिव, राजीव जैन द्वारा इस सत्र का संचालन किया गया। इसमें कोठारी ने अपनी यात्रा के उतार-चढ़ाव, अपने करियर को आकार देने वाले महत्वपूर्ण निर्णयों और उस फिलॉसफी के बारे में बताया जो उन्हें जमीन से जुड़े रहने और प्रेरित करने में मदद करती है।

इस चर्चा में उन्होंने बताया कि किस प्रकार उनके पारिवारिक मूल्यों और उनकी शिक्षा की मजबूत नींव ने उनके वर्क एथिक्स को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपनी उद्यमशीलता की यात्रा साझा करते हुए उन्होंने अपने सामने आई अनेक चुनौतियों को साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार उन्होंने जटिल परिस्थितियों के बावजूद सफलता हासिल की। अपने निजी जीवन पर चर्चा करते हुए, उन्होंने अपने बचपन के कुछ दिलचस्प किस्से सुनाए, तथा उन अनुभवों की झलक दिखाई, जिनकी वजह से वे आज इस मुकाम पर हैं। चर्चा के दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि जीवन में सच्ची संतुष्टि स्वयं के प्रति ईमानदार बनने और इससे विजय और चुनौतियों दोनों को अडिग निष्ठा के साथ स्वीकार करने से आती है।

इसके बाद, ‘मास्टरिंग प्रोक्रिएट टू रिवॉल्यूशनाइज ज्वैलरी डिजाइन’ विषय पर आयोजित सत्र को डिजाइनर शिखा जैन ने संबोधित किया। उन्होंने प्रतिभागियों को अत्याधुनिक डिजिटल इलस्ट्रेशन ऐप ‘प्रोक्रिएट’ से परिचित कराया, जो विश्व भर में आभूषण डिजाइन प्रोसेस में जबरदस्त बदलाव ला रहा है। इस सत्र में बताया गया कि किस प्रकार अनुभवी व नए डिजाइनर, डिजाइन, कलर स्कीम और इंट्रीकेट डिटेलिंग के साथ प्रयोग करने के लिए इस तकनीक का लाभ उठा सकते हैं।

जेजेएस के प्रवक्ता, अजय काला ने बताया कि इस वर्ष रूबी पर केंद्रित शो में इस रत्न की विविधता, गुणवत्ता और डिज़ाइनों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ज्वैलरी डिजाइनर्स और निर्माता नई तकनीकों और डिज़ाइनों के साथ अपनी रचनाओं को प्रस्तुत कर रहे हैं, जिससे इस कीमती रत्न के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। रूबी को प्रमोट करने के लिए, जेमफील्ड्स, जो अपने नैतिक दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध है, रूबी प्रमोशन ग्रुप का प्रमुख पार्टनर है। जेमफील्ड्स और रूबी प्रमोशन ग्रुप साथ मिलकर इस रत्न को केवल लग्जरी प्रतीक के बजाय एक ऐसे रत्न के रूप में प्रस्तुत करने के लिए प्रयासरत हैं, जो नैतिक प्रथाओं में निहित हो। शो के दौरान, रूबी की कटिंग, पॉलिशिंग, ट्रीटमेंट और सर्टिफिकेशन जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की जा रही है, ताकि रूबी उद्योग में मानकों और गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाए जा सकें।