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तिरुवंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पीएम नरेंद्र मोदी की नागरिकता कानून पर की गई टिप्पणी पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल भावनात्मक भाषण देने से कुछ नहीं होगा। उन्हें अपनी बात को काम के साथ साबित करना होगा।
बता दें कि प्रधानमंत्री ने दिल्ली की रैली में कहा था कि केंद्र का मकसद इस कानून को जाति और धर्म के आधार पर लाना नहीं था। मोदी के भाषण का उल्लेख करते हुए विजयन ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री का आश्वासन खोखला लगता है। उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि जाति और धर्म योजनाओं के मापदंड नहीं हैं। राष्ट्र के सामने इसे गलत तरीके से पेश कर लोगों की भावनाओं को कम करके नहीं आंकना चाहिए। जब लोग गलत फैसलों और सांप्रदायिक दृष्टिकोण को लेकर सवाल करते हैं, तो उन्हें भावनात्मक दलीलें देने के बजाय उद्देश्यपूर्ण उत्तर देना चाहिए।
विजयन ने कहा कि सीएए पर विरोध के जरिए देश के लोगों ने संविधान को बचाए रखने की प्रतिबद्धता दिखाई है। उन्होंने पूछा कि अमित शाह ने नागरिकता कानून और एनआरसी के बारे में जो कुछ भी कहा, उस पर भगवा पार्टी और उसका नेतृत्व चुप्पी क्यों साधे हुए है। शाह ने इसी साल 1 मई को एक वीडियो ट्वीट कर कहा था- केंद्र पहले नागरिकता संशोधन विधेयक पारित करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि पड़ोसी देशों के सभी शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता मिले।