तेल का खेल, जानिए, कैसे आप तक पहुंचते पहुंचते पेट्रोल हो जाता है कई गुना महंगा

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पेट्रोल,डीजल के बढते दामों के बीच केंद्र के आदेश के बाद बीजेपी शासित राज्यों ने तेल पर वैट कम करके तेल उपभोक्ताओं को राहत देने की कोशिश की है, लेकिन यह राहत लोगों को गले उतरते नहीं दिख रही है। हाल ही में केंद्र ने भी 2 रुपए एक्साइज ड्यूटी कम की है, लगातार बढते तेल के दामों के बीच आलोचनाओं का शिकार हो रही केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को भी वैट कम करने के आदेश दिए थे। डेली प्राइस सिस्टम लागू होने के बाद से ही पेट्रोल-डीजलों की कीमतों में बढ़ोत्तरी जारी है। महानगरों में तो यह कीमत 80 रु प्रति लीटर तक पहुंच गई है।

तेल की कीमतों में सबसे अहम बात यह है कि मोदी सरकार नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के दौरान पेट्रोल-डीजल पर कई बार एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी कर चुकी है। पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9 रुपए 71 पैसे से बढक़र 21 रुपए 48 पैसे हो गई थी। इसी तरह डीज़ल की एक्साइज़ ड्यूटी भी 3 रुपए 86 पैसे से बढक़र 17 रुपए पहुंच चुकी है। याद रहे कि सरकार विदेशों से कच्चा पेट्रोल बैरल के हिसाब से खरीदती हैं, एक बैरल में 159 लीटर होता है।

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अगर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत 53.83 रुपए डॉलर प्रति बैरल है तो कच्चा तेल प्रति लीटर की कीमत 22 रुपए के करीब आंकी जाएगी, इस तरह एक लीटर कच्चे तेल की कीमत लगभग 21 रुपए 65 पैसे हो जाती है ।

कच्चे तेल को रिफाइनरी में रिफाइन किया जाता है, इसमें तकरीबन 10 रुपए प्रति लीटर का खर्चा आता है। अब केंद्र सरकार प्रति लीटर पर 21 रुपए 48 पैसे एक्साइज ड्यूटी लगाती है। देश की प्रमुख आॅयल कंपनियों में हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम, गैल, ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन, गैल, एनटीपीसी लिमिटेड हैं।

इसके बाद राज्य सरकारें प्रति लीटर पेट्रोल पर वैट वसूलती हैँ। देश में सबसे ज्यादा पेट्रोल पर वैट महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 49 रुपए प्रति लीटर के करीब वसूला जाता है।  डीलरों का कमीशन अगर इसमें जोड़ें तो भी करीब साढ़े तीन प्रति लीटर के करीब होता है। पेट्रोल की तरह डीजल पर भी यही टैक्स और प्रोसेस होते हैं। इस तरह कच्चा तेल पेट्रोल पंप पर पहुंचते-पहुंचते इतना महंगा हो जाता है।

यूं समझिए तेल की लागत

कच्चा तेल-   21 रुपए 65 पैसे प्रति लीटर

रिफाइन-    10 रुपए प्रति लीटर

केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी   –  21 रुपए 48 पैसे

राज्य सरकार का वैट-             25 फीसदी

डीलरों का मार्जिन (कमीशन)-    3.25 पैसे

सभी आंकड़े अनुमानित हैं जो उदारहण के तौर पर दर्शाए गए हैं।