डाइट में बदलाव से पहले जान लें ये जरूरी बातें, रोटी छोडऩा पड़ सकता है भारी

डाइट में बदलाव
डाइट में बदलाव

हेल्दी रहने के लिए इन दिनों लोग कई चीजों अपनी डाइट में शामिल करते हैं और कई चीजों से डाइट में आउट भी करते हैं। इन दिनों कई लोग अपनी वजन को लेकर सर्तक हो चुके हैं और इसलिए वेट मैंटेन करने के लिए कई सारी बातों का ध्यान रखते हैं। हम रोजाना कई ऐसे फूड्स खाते हैं, जो हमारे वजन को बढ़ाने में मदद करते हैं। गेहूं की रोटी या अन्य कार्बोहाइड्रेट से भरपूर फूड्स इन्हीं में से एक हैं। आमतौर पर वेट लॉस की कोशिश में लगे लोग रोटी और कार्बोहाइड्रेटेड रिच फूड्स को डाइट से बाहर कर देते हैं। हालांकि, रोटी तो हमारी डाइट का एक अहम हिस्सा होती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में शारदा हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ श्रेय श्रीवास्तव से जानेंगे कि क्या होगा अगर आप अपनी डाइट में पूरी तरह से रोटी और अन्य कार्बोहाइड्रेट के सोर्स हो हटा देंगे। डाइट में बदलाव से पहले जान लें ये जरूरी बातें, रोटी छोडऩा पड़ सकता है भारी

रोटी छोडऩे का सेहत पर असर

रोटी
रोटी

अपनी डाइट से रोटी या अन्य कार्बोहाइड्रेटेड रिच फूड्स को हटाने से शुरुआत में कुछ फायदे मिल सकते हैं। रोटी छोडऩे के पहले महीने में, आपको कम सूजन का अहसास होगा, चेहरा पतला और हल्का महसूस और आप ज्यादा एनर्जी से भरा हुई महसूस कर सकते हैं। हालांकि, समय के साथ इसकी वजह से आपको कुछ कमियां भा महसूस हो सकती हैं। कार्बोहाइड्रेट ब्रेन समेत पूरे शरीर के लिए एनर्जी का प्रमुख सोर्स हैं, जो डाइट में न होने की वजह से आपको थकान और कमजोरी हो सकती है।

रोटी छोडऩे के नुकसान

पर्याप्त कार्बोहाइड्रेट के बिना, शरीर एनर्जी की कमी दूर करने के लिए प्रोटीन को तोडऩा शुरू कर देता है, जिससे वेट लॉस के बजाय मसल्स लॉस होती है। यह मेटाबॉलिज्म को धीमा कर सकता है, जिससे वजन कम करना और ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो जाता है और तमाम कोशिशों के बाद भी आप वजन कम नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा, रोटी जैसे स्रोतों से सही फाइबर इनटेक की कमी से मल त्याग समेत पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

ब्लड शुगर और सेहत पर असर

कार्बोहाइड्रेट का कम इनटेक ब्लड शुगर के लेवल और पूरी हेल्थ पर कई तरह से प्रभाव डाल सकता है। शुरुआत में, रोटी न खाने से ब्लड शुगर स्टेबल हो सकता है और इंसुलिन स्पाइक्स कम हो सकते हैं। हालांकि, लंबे समय तक कार्बोहाइड्रेट न लेने से एनर्जी की कमी हो सकती है, जिससे कुछ लोगों के ब्रेन फंक्निंग और फोकस पर असर पड़ सकता है।

यह भी पढ़ें : राजस्थान के मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कुंभ मेले में राज्य के निवासियों को मुफ्त आवास