कोटक म्यूचुअल फंड ने लॉन्च किया ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फंड

Kotak Mutual Fund launches Transportation and Logistics Fund
Kotak Mutual Fund launches Transportation and Logistics Fund

मुंबई: कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (केएमएएमसी /कोटक म्यूचुअल फंड) ने अपना न्यू फंड ऑफर (New Fund Offer) कोटक ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फंड (कोटक ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फंड) लॉन्च किया है। यह ट्रांसपोर्टेशन (परिवहन) और लॉजिस्टिक्स थीम पर आधारित एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है। यह स्‍कीम पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए 25 नवंबर 2024 को खुल रही है, जबकि 09 दिसंबर 2024 को बंद होगी।

कोटक ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फंड का उद्देश्य ट्रांसपोर्टेशन (परिवहन), लॉजिस्टिक्स और संबंधित गतिविधियों में लगी कंपनियों की इक्विटी और इक्विटी से संबंधित सिक्‍योरिटीज में मुख्य रूप से निवेश करके लॉन्‍ग टर्म में हाई रिटर्न हासिल करना है। इस थीम में ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स सर्विसेज और कुशल व सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन के लिए इनोवेटिव समाधानों में शामिल बिजनेस के साथ-साथ इन सेक्टर का समर्थन करने वाली वित्तीय कंपनियों से जुड़े बिजनेस भी शामिल हैं।

कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर, नीलेश शाह का कहना है कि कोटक ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फंड के लॉन्च के साथ, हम निवेशकों को भारत के तेजी से बदलते ट्रांसपोर्टेशन (परिवहन) और लॉजिस्टिक्स थीम में निवेश का अवसर प्रदान करते हैं। यह ग्रोथ वाहन मालिकों की संख्या में बढ़ोतरी और प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोतरी के साथ ही कोयला या तेल जैसे प्राकृतिक ईंधन इंजन से इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलाव सहित कई फैक्टर्स द्वारा संचालित है। भारतमाला और गतिशक्ति जैसी प्रमुख सरकारी पहल, लॉजिस्टिक के क्षेत्र में व्यापार के अवसरों का और विस्तार करेंगी। भारत के बढ़ रहे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के साथ ट्रांसपोर्टेशन (परिवहन) और लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री महत्वपूर्ण विस्तार के लिए तैयार है।

कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर – इक्विटी एंड फंड मैनेजर, हर्ष उपाध्याय का कहना है कि ट्रांसपोर्टेशन और लॉजिस्टिक्स थीम को बढ़ती खपत, प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोतरी, ई-कॉमर्स, ऑटो और ऑटो-एंसिलरी बिजनेस में ग्रोथ जैसे कई फैक्टर से लाभ मिल रहा है। एक कुशल लॉजिस्टिक्स नेटवर्क बनाकर ट्रांसपोर्टेशन (परिवहन) संबंधी लागत को कम करने पर सरकार का फोकस, न सिर्फ सेक्टर की ग्रोथ में मदद करेगा बल्कि नई कंपनियों को इसमें प्रवेश के लिए भी प्रोत्साहित करेगा। पिछले 5 साल में, इस सेक्टर में लिस्टेड कंपनियों की संख्या में 44 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जैसा कि हम देखते हैं कि आने वाले सालों में द इंडिया स्टोरी सामने आएगी, ट्रांसपोर्टेशन और लॉजिस्टिक्स सेवाओं की मांग काफी बढ़ सकती है।