दुनियाभर में आज कई लोग दिल से जुड़ी बीमारियों के शिकार हैं। आपके लाइफस्टाइल समेत कई अन्य कारक इसकी वजह बनते हैं। इस बीच हाल ही में एक नए अध्ययन में यह पाया गया है कि शरीर में विटामिन बी3 या नियासिन की अधिकता भी आपकी हार्ट हेल्थ के लिए नुकसानदायक साबित होती है। यह हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकती है। बता दें, इस अध्ययन से जुड़े नतीजे नेचर मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं। ऐसे में आइए जान लीजिए कि कैसे विटामिन बी3 या नियासिन का ज्यादा सेवन आपकी धमनियों में सूजन को बढ़ाकर हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे में इजाफा कर सकता है।
क्या है विटामिन बी3?
विटामिन बी3 या नियासिन, पानी में घुलनशील विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स का हिस्सा होता है, जो शरीर में डीएनए रिपेयर, मेटाबॉलिज्म, एनर्जी और हार्मोन के सिंथेसिस में बड़ा पोल प्ले करता है। इसके दो रूप होते हैं, पहला निकोटिनिक एसिड और दूसरा निकोटिनामाइड। ये दोनों ही शरीर में कोएंजाइम निकोटिनामाइड एडेनिन डाइन्यूक्लियोटाइड और निकोटिनामाइड एडेनिन डाइन्यूक्लियोटाइड फॉस्फेट में बदल जाते हैं। बता दें, कि जब यह शरीर में ज्यादा बनने लगे या इसकी ओवरडोज हो जाए, तो ऐसे में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।
किन चीजों में पाया जाता है विटामिन बी3?
यह चिकन ब्रेस्ट, टूना, हरी मटर, मशरूम, मूंगफली, मेवे और कई तरह की बीजों में पाया जाता है। इसके साथ ही बॉडी खुद भी अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन से विटामिन बी3 का निर्माण करती है, लेकिन ये शरीर की जरूरतों के मुताबिक काफी नहीं होता है।
विटामिन बी3 और हार्ट हेल्थ का संबंध
विटामिन बी3 या नियासिन शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी पूरी करता है, लेकिन क्लीवलैंड क्लिनिक के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन में देखने को मिला है, कि डाइट में इसकी ओवरडोज लेने से दिल से जुड़े बीमारियां और उससे होने वाले जोखिम उठाने पड़ सकते हैं। शरीर में इसकी अधिकता से खुजली, फ्लशिंग, और लिवर भी डैमेज हो सकता है।
1,100 से ज्यादा लोगों पर हुई स्टडी
नेचर मेडिसिन पत्रिका में पब्लिश हुई स्टडी में 1,100 से अधिक लोगों को शामिल किया गया था। शोधकर्ताओं में पाया कि शरीर में इस विटामिन की अधिकता से 2क्कङ्घ और 4क्कङ्घ नामक दो अणु पैदा होते हैं। शोध बताता है कि इन दोनों अणुओं का स्तर जितना अधिक होता है, दिल की बीमारी का खतरा भी उतना ही बढ़ जाता है।
हार्ट हेल्थ के लिए खतरा बन सकता है विटामिन बी3
स्टडी के नतीजे बताते हैं कि विटामिन बी3 या नियासिन हार्ट हेल्थ के लिए एक नया खतरा बन सकता है। रिसर्च को लीड करने वाले शोधकर्ता डॉ. स्टेनली हेजन कहते हैं कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि क्यों कोलेस्ट्रॉल कम करने के बावजूद नियासिन से उतना फायदा नहीं मिलता जितना की उम्मीद की जाती थी। इससे यह पता चलता है कि ज्यादा मात्रा में नियासिन के कुछ नुकसान भी होते हैं।
यह भी पढ़ें : डबल इंजन की सरकार किसान हित में ले रही है लगातार फैसले : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा