अलास्कार: शिखर वार्ता से पहले यूरोप के नेताओं ने यूक्रेन के पक्ष में खोला मोर्चा

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में होने वाली शिखर वार्ता से पहले, यूरोप के नेताओं ने यूक्रेन के पक्ष में अपना मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा है कि यूक्रेन के लोगों को अपना भविष्य तय करने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए और कोई भी शांति समझौता यूक्रेन के बिना संभव नहीं है।

यूरोप की मुख्य चिंताएँ
जमीन की अदला-बदली: ट्रंप ने कहा था कि वे और पुतिन अपनी बैठक में जमीन की अदला-बदली पर चर्चा करेंगे। यूरोप को डर है कि ट्रंप रूस के कब्ज़े वाली यूक्रेनी ज़मीन को रूस को दे सकते हैं।

यूक्रेन की अनदेखी: यूरोप को चिंता है कि ट्रंप और पुतिन मिलकर यूक्रेन को शामिल किए बिना ही शांति समझौते की रूपरेखा तय कर सकते हैं, जिससे यूक्रेन के हितों को नुकसान होगा।

यूरोप का एकता प्रदर्शन
संयुक्त बयान: हंगरी को छोड़कर, सभी यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के नेताओं ने यूक्रेन के पक्ष में एक बयान पर सहमति जताई है। इस बयान का मकसद यह दिखाना है कि यूरोप इस मुद्दे पर एकजुट है।

हंगरी का विरोध: हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान, जिन्हें पुतिन का करीबी माना जाता है, ने इस बयान का समर्थन करने से इनकार कर दिया।

न्यायसंगत शांति की मांग: यूरोप के नेताओं ने कहा है कि यूक्रेन में शांति तभी आ सकती है जब यह न्यायसंगत हो, अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करे और यूक्रेन की स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करे। उन्होंने साफ कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को बलपूर्वक नहीं बदला जाना चाहिए।

यूक्रेन की स्थिति और ट्रंप की प्रतिक्रिया
जेलेंस्की का रुख: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का कहना है कि युद्धविराम तभी होगा जब रूस यूक्रेन की कब्ज़े वाली ज़मीन छोड़ देगा।

ट्रंप की आलोचना: ट्रंप ने जेलेंस्की की आलोचना करते हुए कहा है कि उनके कार्यकाल में युद्ध शुरू हुआ और वे इसे रोक नहीं पाए।

आगामी वर्चुअल बैठक
जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज बुधवार को एक वर्चुअल बैठक बुला रहे हैं, जिसमें यूरोप के नेता शामिल होंगे। इस बैठक का उद्देश्य ट्रंप को यूक्रेन मुद्दे पर प्रभावित करने की कोशिश करना है। ट्रंप ने इसमें शामिल होने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन उन्होंने कहा है कि वे पुतिन से मिलने से पहले सभी के विचार जानना चाहते हैं।