जयपुर। अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी बेहद बुद्धिमान व्यक्ति हैं और उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नीतियों की अच्छी जानकारी है। उन्होंने बीजेपी के बयानों की निंदा करते हुए कहा कि केवल वही लोग ऐसी बातें करते हैं जिनकी खुद की समझ कम होती है। गहलोत ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि उनके जीवन और व्यक्तित्व में किसी के प्रति भी दुर्भावना, नफरत या घृणा नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जो भी बोलते हैं, वह देश के हित में होता है, भले ही वह लोगों को कड़वा लगे।
स्व. कन्हैयालाल जी के परिवार को अभी तक न्याय न मिलने और उनसे जुड़ी फिल्म को लेकर सवाल के जवाब में :
अब फिल्म के साथ तो नहीं जोड़ता हूं पर मेरा मानना है कि हम जब विपक्ष में हैं लगातार बोल रहे हैं कि जब केस हुआ था बहुत संगीन केस था ये, हम सब चिंतित थे कि कहीं पूरे देश में पूरे… pic.twitter.com/PrbAOxsSz3
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 8, 2025
अमेरिकी टैरिफ और विदेश नीति पर गहलोत का विचार
गहलोत ने कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत पर टैरिफ लगाना और बार-बार धमकी देना देश के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने इंदिरा गांधी के कार्यकाल का उदाहरण दिया, जब उन्होंने अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश की परवाह किए बिना पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे। गहलोत ने मौजूदा हालात पर चिंता जताई और कहा कि भारत चारों ओर से घिरा हुआ है, क्योंकि चीन और पाकिस्तान एक साथ आ गए हैं, और अमेरिका भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उनका समर्थन कर रहा है।
अमेरिकी टैरिफ और विदेश नीति को लेकर सवाल तथा बीजेपी के राहुल गांधी जी को लेकर बयान :
भई जिनको समझ नहीं होती वो ही ये भाषा काम में ले सकता है राहुल गांधी के लिए, राहुल गांधी तो बहुत इंटेलीजेंट व्यक्तित्व वाला है देश विदेश नीति की उनको जानकारी भी है बहुत विद्वान आदमी भी हैं धर्म… pic.twitter.com/CxNPKGjMGX
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उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश की प्रतिष्ठा बनाए रखने का आग्रह किया और कहा कि विपक्ष पूरी तरह से उनके साथ है। उन्होंने कहा कि जैसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पूरा विपक्ष एक साथ खड़ा था, उसी तरह देश के हित में लिए गए किसी भी कदम पर पूरा विपक्ष सरकार का साथ देगा।
चुनाव और चुनावी प्रक्रिया पर सवाल
गहलोत ने राहुल गांधी के उन दावों का समर्थन किया जिनमें उन्होंने मतदाता सूचियों में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि इन फर्जी वोटों की संख्या इतनी ज़्यादा है कि यह पूरे चुनाव परिणाम को बदल सकती है, जो लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा है। उन्होंने चुनाव आयोग की वेबसाइटों के बंद होने पर भी सवाल उठाए और कहा कि यह संदेह पैदा करता है कि कहीं कोई सुधार या गलती तो नहीं सुधारी जा रही है।
इस आधार पर जो बाकी सरकारें बनी से जुड़े प्रश्न के उत्तर में :
राहुल गांधी जी ने कहा न जो सरकारें बनी हैं भारत सरकार खुद बनी है 25 सीट अगर मान लो नहीं होती इनकी एमपी की, सब पे थोड़ी बेइमानी होती है बेईमानी इतनी ही होती है कि आप जीत जाओ चुनाव, वो बेइमानी बहुत बड़ी होती है। चुनाव… pic.twitter.com/Qa4XN5zBCC
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गहलोत ने कहा कि सरकार धन-बल का उपयोग करके लोकतंत्र को खतरे में डाल रही है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा इलेक्टोरल बॉन्ड को असंवैधानिक बताने के फैसले पर भी टिप्पणी की और कहा कि इसके बावजूद उन पैसों का कोई हिसाब-किताब नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को शपथ-पत्र देना चाहिए कि उनकी चुनावी प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं है, न कि राहुल गांधी से ऐसा करने के लिए कहना चाहिए। गहलोत ने मीडिया की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि मीडिया को इन मुद्दों की गहराई से जांच करनी चाहिए, लेकिन वह डर के कारण ऐसा नहीं कर रहा है।
गहलोत ने इस मुद्दे को “एटम बम” का नाम दिया, क्योंकि यह पूरे देश के लोकतंत्र को कमजोर कर सकता है, जिससे पूरे देश को नुकसान होगा।
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