बेंगलुरु: एआईसीसी की ओबीसी एडवाइजरी काउंसिल की मीटिंग में गहलोत भी हुए शामिल

बेंगलुरु। बेंगलुरु में एआईसीसी के ओबीसी विभाग की नेशनल एडवाइजरी काउंसिल की महत्वपूर्ण बैठक में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल हुए। बैठक में 25 जुलाई को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होने वाले ओबीसी नेतृत्व भागीदारी महासम्मेलन की रणनीति तय की गई।  ओबीसी काउंसिल की बैठक के बाद प्रेस वार्ता को संबोधित किया गया, जिसमें कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी शमिल हुए।

मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि SC, ST, OBC वर्ग के लोगों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ एक कैंपेन शुरू किया है, जिसके माध्यम से वह इनके हक की मांग कर रहे हैं। देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों में या अन्य बड़े पदों पर SC, ST, OBC, अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों की भागीदारी नहीं है। इसलिए राहुल गांधी लगातार इनकी आवाज को उठा रहे हैं। आरक्षण में 50 प्रतिशत की दीवार तोड़नी चाहिए। देश में जातिगत जनगणना होनी चाहिए। ताकि देश को पता चल सके कि किसकी कितनी भागीदारी है।

 

देश इतना आगे बढ़ चुका है, लेकिन कई प्रदेशों में आज भी छुआछूत जैसी समस्याएं हैं, समाज में आर्थिक असमानता है। इसी को ख़त्म करने के लिए राहुल गांधी जी सड़क पर उतरें हैं और उनके साथ पूरी कांग्रेस पार्टी खड़ी है।


 

बेंगलुरु प्रवास के दौरान अशोक गहलोत प्रवासी राजस्थानियों के एक कार्यक्रम भी शामिल हुए जहां उन्होंने प्रवासी संवाद कार्यक्रम में संवाद किय।