बेंगलुरु, कर्नाटक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘टेक सिटी’ बेंगलुरु से भारत को तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान किया। उन्होंने भारतीय टेक कंपनियों से कहा कि अब समय आ गया है कि हम वैश्विक बाजार के साथ-साथ भारत की अपनी जरूरतों को भी अधिक प्राथमिकता दें, ताकि तकनीक का लाभ देश के हर नागरिक तक पहुंच सके।
प्रधानमंत्री ने यह बात शहरी संपर्क परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के बाद एक सार्वजनिक समारोह में कही। इस मौके पर उन्होंने तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई और बेंगलुरु मेट्रो के दूसरे चरण की येलो लाइन का उद्घाटन किया। इसके अलावा, उन्होंने मेट्रो के तीसरे चरण की आधारशिला भी रखी।
मेट्रो में सफर और छात्रों से संवाद
पीएम मोदी ने इस अवसर पर मेट्रो में सफर भी किया। उन्होंने आरवी रोड (रागीगुड्डा) से इलेक्ट्रॉनिक सिटी मेट्रो स्टेशन तक यात्रा की। इस दौरान उनके साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी थे। यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री ने मेट्रो में सफर कर रहे छात्रों से बातचीत की, जिससे वह युवाओं के साथ सीधा जुड़ पाए।
‘टेक आत्मनिर्भर’ भारत पर जोर
अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ की ताकत का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें बेंगलुरु और कर्नाटक के युवाओं का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है और अब हमारी अगली बड़ी प्राथमिकता ‘टेक आत्मनिर्भर’ भारत’ होनी चाहिए। उन्होंने ‘लो-कॉस्ट, हाई-टेक’ स्पेस मिशन, एआई मिशन और सेमीकंडक्टर मिशन का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही ‘मेड इन इंडिया’ चिप भी उपलब्ध होगी।
बेंगलुरु में कनेक्टिविटी का नया युग
प्रधानमंत्री ने जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया, उनसे बेंगलुरु की कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होगा।
येलो लाइन मेट्रो: बेंगलुरु मेट्रो के दूसरे चरण की 19.15 किलोमीटर लंबी येलो लाइन अब जनता के लिए खुल गई है। इस पर 16 स्टेशन हैं और इसे बनाने में 7,600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है। इससे बेंगलुरु का मेट्रो नेटवर्क 96 किलोमीटर तक फैल गया है।
तीन वंदे भारत ट्रेनें: प्रधानमंत्री ने बेंगलुरु से बेलगावी तक जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। इसके अलावा, उन्होंने वर्चुअल माध्यम से श्री माता वैष्णो देवी कटरा–अमृतसर और अजनी (नागपुर)–पुणे वंदे भारत ट्रेनों को भी रवाना किया।
मेट्रो का तीसरा चरण: 15,610 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 44 किलोमीटर लंबी ऑरेंज लाइन की आधारशिला भी रखी गई। इसमें 31 नए स्टेशन होंगे, जो शहर के कई वंचित क्षेत्रों को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ेंगे।
प्रधानमंत्री ने बेंगलुरु को ‘न्यू इंडिया’ के उत्थान का प्रतीक बताया, जो टेक ज्ञान और तत्व ज्ञान का संगम है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से व्यापार, पर्यटन और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को एक नई रफ्तार मिलेगी।