शेयर बाज़ार में भारी गिरावट: जानें मुख्य वजह और उसका असर

शेयर बाजार
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नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाज़ार में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिसके कारण निवेशकों को 4.78 लाख करोड़ रुपये से ज़्यादा का नुकसान हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दोनों 0.95% की गिरावट के साथ बंद हुए।

  • गिरावट के प्रमुख कारण
    बाज़ार में इस बड़ी गिरावट की मुख्य वजहें थीं:
  • अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी चिंताएं: अमेरिका द्वारा लगाए जाने वाले नए टैरिफ की आशंका ने निवेशकों में डर पैदा किया।
  • विदेशी निवेशकों की बिकवाली: विदेशी निवेशकों ने बड़ी संख्या में शेयर बेचे, जिससे बाज़ार पर दबाव बढ़ा।
  • कमज़ोर वैश्विक संकेत: दुनिया भर के बाज़ारों से मिले निराशाजनक संकेतों का असर भी घरेलू बाज़ार पर पड़ा।

बाज़ार का प्रदर्शन
इस गिरावट का असर सभी क्षेत्रों पर पड़ा। बैंकिंग, फार्मास्यूटिकल और ऑटोमोबाइल सेक्टर के शेयरों में सबसे ज़्यादा बिकवाली देखने को मिली। इसके अलावा, आईटी, मेटल, ऑयल एंड गैस जैसे अन्य सेक्टर भी गिरावट के साथ बंद हुए।

  • सेंसेक्स: दिन भर के कारोबार के बाद सेंसेक्स 765.47 अंक गिरकर 79,857.79 के स्तर पर बंद हुआ।
  • निफ्टी: निफ्टी भी 232.85 अंक की गिरावट के साथ 24,363.30 पर बंद हुआ।

निवेशकों पर असर
बाज़ार में आई इस कमजोरी से निवेशकों की संपत्ति में बड़ी कमी आई। BSE पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाज़ार पूंजीकरण घटकर 440.57 लाख करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले दिन 445.35 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों को एक ही दिन में 4.78 लाख करोड़ रुपये का बड़ा नुकसान हुआ।

  • टॉप गेनर्स और लूजर्स
    गिरावट के इस माहौल में भी कुछ शेयरों में तेज़ी देखी गई:
  • टॉप गेनर्स: एनटीपीसी, टाइटन कंपनी, डॉक्टर रेड्डीज लेबोरेट्रीज, एचडीएफसी लाइफ, और बजाज फिनसर्व।
  • दूसरी ओर, इन शेयरों को सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ:
  • टॉप लूजर्स: भारती एयरटेल, अदानी एंटरप्राइजेज, इंडसइंड बैंक, श्रीराम फाइनेंस, और महिंद्रा एंड महिंद्रा।
  • यह गिरावट दिखाती है कि वैश्विक और घरेलू बाज़ार की अस्थिरता का निवेशकों पर सीधा और बड़ा असर पड़ सकता है।