ब्रोकली का नाम सुनते ही दिमाग में हरी-भरी, हेल्दी और डाइट-फ्रेंडली सब्जी की तस्वीर बन जाती है। डॉक्टर से लेकर फिटनेस एक्सपर्ट तक, हर कोई इसके गुणों का बखान करता है। इसे सुपरफूड का ताज पहनाया गया है, जो कैंसर से लडऩे, वजन घटाने और शरीर को अंदर से मजबूती देने में मददगार है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस सब्जी को आप इतना फायदेमंद मानते हैं, वही किसी के लिए नुकसानदायक भी हो सकती है? आइए, जानते हैं कि कौन हैं वो लोग जिन्हें ब्रोकली से दूरी बना लेनी चाहिए। फायदेमंद है ब्रोकली, लेकिन इन लोगों के लिए खाना ठीक नहीं, जानें कौन रहें सावधान
थायरॉइड की समस्या से जूझ रहे लोग
अगर आपको थायरॉइड की दिक्कत है, तो ब्रोकली आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। ब्रोकली में गॉइट्रोजन नामक तत्व होता है जो थायरॉइड हार्मोन के प्रोडक्शन को रोक सकता है। अगर आप हाइपोथायरायडिज्म से पीडि़त हैं, तो ब्रोकली का ज्यादा सेवन करने से आपकी समस्या और भी गंभीर हो सकती है। इसलिए, थायरॉइड के मरीजों को ब्रोकली खाने से बचना चाहिए या डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
जिन लोगों को गैस और ब्लोटिंग की समस्या है
ब्रोकली फाइबर से भरपूर होती है, जो पाचन के लिए बहुत अच्छा होता है, लेकिन जिन लोगों का पाचन तंत्र कमजोर है या जिन्हें अक्सर गैस और ब्लोटिंग (पेट फूलना) की शिकायत रहती है, उनके लिए ब्रोकली नुकसानदायक हो सकती है। ब्रोकली में मौजूद फाइबर और खास तरह के कार्बोहाइड्रेट्स पेट में गैस पैदा कर सकते हैं, जिससे असहजता महसूस हो सकती है।
खून पतला करने वाली दवा लेने वाले मरीज
ब्रोकली में विटामिन-के की मात्रा काफी अधिक होती है। विटामिन-के खून को जमने में मदद करता है। अगर आप खून पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं, तो ब्रोकली खाने से इन दवाओं का असर कम हो सकता है। इससे ब्लड क्लॉटिंग का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में, इन मरीजों को ब्रोकली खाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
किडनी स्टोन के मरीज
किडनी स्टोन के मरीजों को भी ब्रोकली का सेवन कम करना चाहिए। ब्रोकली में पोटैशियम होता है, जो कुछ प्रकार के किडनी स्टोन बनने का कारण बन सकता है। इसके अलावा, ब्रोकली में ऑक्सालेट भी होता है, जो शरीर में कैल्शियम के साथ मिलकर स्टोन बनाने में सहायक होता है। अगर आपको किडनी से जुड़ी कोई भी समस्या है, तो ब्रोकली को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
प्रेग्नेंट महिलाएं
प्रेग्नंसी के दौरान ब्रोकली फायदेमंद मानी जाती है, लेकिन इसे जरूरत से ज्यादा खाना नुकसानदायक हो सकता है। कच्ची या बहुत ज्यादा ब्रोकली खाने से पेट में गैस और अपच की समस्या हो सकती है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए असहज हो सकता है। इसलिए, गर्भावस्था में ब्रोकली को सीमित मात्रा में और अच्छी तरह से पकाकर ही खाना चाहिए।
यह भी पढ़ें : जोधपुर हाउस में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत किया पौधरोपण